खुदाई में निकले दो नरकंकाल, कपड़े, चेन और कुछ चूड़ियां

भोपाल। राजधानी में हुए हाई-प्रोफाइल हत्याकांड की परतें खुलती ही जा रही हैं। रविवार की सुबह राजधानी एक्सप्रेस से पुलिस की टीम आरोपी उदयन के साथ रायपुर पहुंची, जहां उसे निशानदेही के लिए उसके ही घर ले जाया गया। उदयन के पुराने घर में हुई खुदाई में दो नरकंकाल और उनसे जुड़ी कुछ चीजें बरामद हुई हैं। मौके पर मौजूद एक्सपर्ट्स का कहना था कि ये कंकाल पांच से छह साल पुराने हो सकते हैं, इन कंकालों की हालत काफी खराब है। माना जा रहा है कि ये कंकाल उदयन के माता पिता के ही हैं, जिन्हें उसने साल 2010 में ही मारकर यहां दफना दिया था।इस दौरान आरोपी उदयन घटना स्थल पर ही मौजूद रहा। खुदाई के दौरान पहले एफएसएल की टीम और इसके बाद आर्कियोलिजिस्ट्स और फोरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम मौजूद रही। एफएसएल टीम कंकाल की जांच के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेगी। खुदाई पूरी होने तक का सिलसिलेवार ब्यौरा कुछ इस तरह रहा। उदयन की निशानदेही पर लगभग 11 बजे पुलिस ने जगह को स्पॉट किया और खुदाई करना शुरू कर दिया। करीब दो फीट की खुदाई करने के बाद भी जब कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस ने जेसीबी मशीन मंगवाई। दरअसल इस जगह के बारे में वर्तमान मकान मालिक का कहना था कि उसने मकान खरीदने के बाद इस जगह पर काफी मिट्टी डाली गई थी। घर का ये हिस्सा काफी नीचे था और उसे ऊंचा करने में कई ट्रक मिट्टी डालनी पड़ी थी।ऐसे में इस बात पर शक जाहिर हुआ कि शव काफी नीचे धंस गए होंगे। जेसीबी से खुदाई शुरू करने के कुछ ही मिनटों बाद लगभग 6 फीट तक गढ्डा खोद लिया गया था और अब उसमें कुछ कपड़े भी नजर आने लगे थे। जेसीबी से करीब 6 फीट खुदाई करने के बाद खुदाई को रोक दिया गया है। 6 फीट की खुदाई के बाद पीले रंग का एक सूट नजर आया साथ ही हड्डियों के जैसी चीजें भी नजर आने लगीं, लेकिन किसी लाश की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद मजदूरों की मदद से मिट्टी हटाई गई। मजदूरों के खुदाई करने के बाद मौके से कुछ कपड़ों के साथ ही हड्डियों के निकलने का सिलसिला शुरू हो गया है। सबसे पहले कुछ हड़्डियां नजर आईं और इसके बाद कंकाल साफ दिखना शुरू हए। हाथ की हड्डियों के साथ ही पैरों के पंजे की हड्डियां भी नजर आईं। सतह से 8 फीट नीचे उदयन की बताई हुई डेड बॉडीज् के कंकाल निकले। 8 फीट नीचे से हड्डियों की निकलने का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। पुलिस का मानना है कि जब उदयन ने यहां शव दफनाए थे, तब ये गहराई कम रही होगी।धीरे धीरे मिट्टी हटाने के बाद कंकाल का सिर नजर आया। मिट्टी में से निकले सिर को एफएसएल टीम ने अपने कब्जे में लिया। माना जा रहा है कि ये सिर उदयन के पिता का है। इस दौरान जमा हो रही हड्डियों को देखते हुए आर्कियोलॉजिस्ट्स की टीम ने बताया कि हड्डियां पांच से छह साल पुरानी हैं, इनकी हालत काफी खराब है।
हड्डियो के साथ ही एक धारदार हथियार भी बरामद हुआ है, साथ ही एक चेन भी निकली है। शाम होते होते दूसरे शव की खोपड़ी और काफी हड्डियां खोद कर निकाल ली गईं थीं। हड्डियों में एक हाथ भी बरामद हुआ है जिसमें चूडियां फंसी हुई थीं। माना जा रहा है कि ये किसी महिला का हाथ है इसी बीच रायपुर एसपी संजीव शुक्ला का भी बयान आया। उनका कहना था कि चूंकि इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि उदयन ने दो लोगों की हत्या की थी, जिन्हें वो अपना माता पिता बता रहा है, लिहाजा उस पर हत्या का केस दर्ज होगा। यानि उदयन पर भोपाल और पश्चिम बंगाल की पुलिस के अलावा अब छत्तीसगढ़ पुलिस का शिकंजा भी कसेगा। पुलिस की सख्ती के बाद खोला राज-पुलिस ने जब शुक्रवार को उससे पूछताछ की तो वह पहले बरगलाता रहा। जब सख्ती की तो शनिवार सुबह उसने पूरी घटना उगल दी। उदयन ने बताया कि वह पढ़ाई में कमजोर था। फेल होने पर मां और पापा उसे डांटते थे, जिसके चलते उसने हत्या करने की योजना बना ली। तब वह रायपुर स्थित सुंदरनगर वाले घर में रहता था।2010 में जब पापा चिकन लेने गए थे। मां दूसरी मंजिल पर थी। मैं पीछे से गया, मां का गला दबाकर मार डाला। पापा घर लौटे तो मां के बारे में पूछने लगे। मैंने कहा, मां ऊपर अलमारी में कपड़े जमा रही हैं। पापा ने मुझसे चाय मांगी, तो मैंने चाय में नींद गोलियां मिला दी। वे चाय पीते ही बेहोश हो गए। फिर उनकी भी गला दबाकर हत्या कर दी। पास में ही एक इमारत बन रही थी। जहां से मैं एक मजदूर को लेकर आया, उससे गड्ढा खुदवाया, जिसमें रात को मां और पापा का शव दफना दिया  l

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