लखनऊ । यूपी पुलिस जहां एक तरफ अपने कारनामों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहती है तो वहीं इस महकमे में कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं जिनका नाम सुनते ही अपराधी थर्राने लगते हैं। ऐसे ही नामों में से एक हैं IPS राजेश पांडेय जी हां इनको अपनी बहादुरी की वजह से 4 बार गेलेंट्री अवॉर्ड भी मिल चुका है।आपको बता दें कि इन दिनों यूपी में 9 से 11 दिसंबर तक पुलिस वीक मनाया जा रहा है। इस मौके पर राजेश पांडेय की बहादुरी के बारे में जानना बहुत जरूरी है। यूपी के अलीगढ़ जिले के एसएसपी की कमान संभाल रहे आईपीएस राजेश पाण्डेय ने एक अखबार से बातीचत में कई इंटरेस्टिंग फैक्टस शेयर किए हैं। हम आपको उस बातचीत के कुछ अंश बताते हैं-राजेश पांडेय ने बताया कि उन्होंने माफियाओं को ट्रेस करने के लिए पहली बार किया एक टेक्नोलॉजी का यूज किया था। राजेश पांडेय ने कहा, मैंने 23 सितंबर 1998 को पहला एनकाउंटर किया था। कुख्यात माफिया श्री प्रकाश शुक्ल ने एक्स सीएम कल्याण सिंह की सुपारी ले ली थी। उसके बाद STF का गठन किया गया। टीम में मुझे भी शामिल किया गया था। 90 के दशक में श्री प्रकाश का टेरर लगातार बढ़ता जा रहा था।राजेश पांडेय ने बताया कि ठेकों को लेकर हत्याओं का दौर शुरू था। पूर्वांचल में भी उसका आतंक था। एसटीएफ टीम में अरुण कुमार के नेतृत्व में मैंने का किया। उस समय पहली बार किसी माफिया को ट्रेस करने के लिए टेक्नोलॉजी का यूज किया गया था। राजेश पांडेय बताते हैं कि उस समय परसबसे ज्यादा मुश्किल श्रीप्रकाश को ढूंढ़ने में हो रही थी। उस समय सर्विलांस का भी सिस्टम नहीं था। हमने स्पेशली सर्विलांस इक्विपमेंट बनवाया था, तब जाकर श्रीप्रकाश शुक्ल को ट्रेस कर पाए थे। उसकी लोकेशन गाजियाबाद में मिली और हमने उसका पीछा कर फायरिंग की और फिर मैनें उसका एनकाउंटर किया।

No comments:
Post a Comment