उज्जैन | मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर द्वारा विभिन्न विभागों के 10 अधिकारियों को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं। इन अधिकारियों द्वारा अनियमित कृत्य व अनुत्तरदायी आचरण, कर्त्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के कारण सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतें उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। संभागायुक्त ने जिन अधिकारियों को सम्बन्धित प्रकरण में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं, उनमें जल संसाधन विभाग जिला आगर-मालवा के कार्यपालन यंत्री श्री महेन्द्रकुमार जैन, अपर कलेक्टर शाजापुर श्रीमती मीनाक्षी सिंह, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तराना श्री शाश्वत मीणा, डिप्टी कलेक्टर शाजापुर श्रीमती वन्दना मेहरा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागली जिला देवास श्री पुरूषोत्तम कुमार, तहसीलदार नीमच श्री गोपाल सोनी, परियोजना अधिकारी डूडा श्री एस.कुमार, अपर कलेक्टर आगर-मालवा श्रीमती संघमित्रा गौतम, डिप्टी कलेक्टर आगर-मालवा श्रीमती शैली कनास तथा अपर कलेक्टर उज्जैन श्री संतोष वर्मा सम्मिलित हैं।स्पष्टीकरण प्राप्त करने वाले अधिकारियों को जारी पत्र में कहा गया है कि उनके द्वारा सीएम हेल्पलाइन में दर्ज सम्बन्धित शिकायत को तत्काल निराकृत कर आवेदक को अवगत कराना चाहिये था, परन्तु उनके द्वारा शिकायत पर कोई समुचित या समाधानकारक कार्यवाही नहीं की गई। उनकी इस लापरवाही एवं अनुत्तरदायी आचरण के कारण सम्बन्धित शिकायत उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। सम्बन्धित अधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता व जन-सामान्य से जुड़े कार्यक्रम की उपेक्षा की जाकर अपने दायित्वों के प्रति गंभीर लापरवाही बरती गई है। संभागायुक्त द्वारा इन सभी अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे अपना लिखित स्पष्टीकरण सूचना-पत्र प्राप्ति से सात दिवस में अनिवार्यत: प्रस्तुत करें। विलम्ब की स्थिति में प्रकरण में एकपक्षीय कार्यवाही की जायेगी।
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