उज्जैन |श्रावण भादौ मास में निकलने वाली विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी हर्षोल्लास के साथ नगर भ्रमण पर निकले और सवारी मार्ग के दोनों ओर लाखों नर-नारियों ने पुष्पवर्षा कर भगवान श्री भोलेनाथ के दर्शन किये। राजाधिराज बाबा महाकाल जैसे ही श्री महाकालेश्वर मन्दिर से नगर भ्रमण की ओर निकले वैसे ही श्रद्धालुओं के मुखारविंद से “उज्ज्यिनी में आनन्द भयो, जय बाबा महाकाल”, “बम बम भोले” के उद्घोष आकाश में गूंज उठे। सभा मण्डप से जैसे ही परिसर में सवारी आई वैसे ही राजा इन्द्र ने बारिश की बूंदों से राजाधिराज का अभिनन्दन किया। सवारी जैसे ही महाकाल मन्दिर के मुख्य द्वार पर आई वैसे ही सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने सलामी दी।श्रावण मास की प्रथम सवारी नगर भ्रमण को निकलने के पूर्व महाकाल मन्दिर के चांदी दरवाजे समीप स्थित सभा मण्डप में भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर के मुखौटे का विधिवत पं.घनश्याम पुजारी आदि पुजारियों ने पूजन-अर्चन किया। पूजन-अर्चन में कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत, सपत्नीक, पुलिस अधीक्षक श्री एम.एस.वर्मा सपत्नीक, नगर निगम आयुक्त श्री अविनाश लवानिया सपत्नीक, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रूचिका चौहान आदि शामिल हुए तथा सवारी के साथ नंगे पैर पैदल चल रहे थे। इस अवसर पर श्री माखनसिंह, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री बाबूलाल जैन, विधायक डॉ.मोहन यादव, महापौर श्रीमती मीना जोनवाल, श्री विभाष उपाध्याय, एडीजीपी श्री व्ही.मधुकुमार, डीआईजी श्री राकेश गुप्ता, एडीएम श्री अवधेश शर्मा, मन्दिर प्रशासक श्री आर.पी.तिवारी सहित विभिन्न गणमान्य जनप्रतिनिधि, पत्रकार आदि उपस्थित थे।
भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर की पालकी श्री महाकालेश्वर मन्दिर से शनै: शनै: परम्परागत मार्ग से होते हुए शिप्रा तट रामघाट पहुंची। वहां सवारी पहुंचने के पूर्व सड़क के दोनों ओर लाखों श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन लाभ लिये। सवारी के आगे आगे तोपची तोप छोड़ रहे थे, ताकि जनता जनार्दन को मालूम हो सके कि राजाधिराज बाबा महाकाल प्रजा के हाल जानने नगर के लिये निकले हैं। सवारी के आगे घुड़सवार की टुकड़ी, पुलिस बैण्ड, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों की टुकड़ी, उसके बाद अन्य सेवा दल आदि दलों के टुकड़ियां कतारबद्ध चल रहे थे। इसके बाद विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के धर्मालुजन भोले शंकर के जयकारे, भजन-कीर्तन, झांझ मजीरे, कीर्तन करते हुए चल रहे थे। सवारी महाकाल मन्दिर से गुदरी चौराहा, कहारवाड़ी होते हुए रामघाट पहुंची, जहां पर शिप्रा तट पर भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर का शिप्रा के जल से अभिषेक कर विधिवत पूजा-अर्चना की गई। रामघाट के सामने दत्त अखाड़ा की ओर भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर रामघाट पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री महेश परमार, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला, श्री प्रदीप पाण्डेय, पार्षदगण आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सवारी मार्ग के दोनों ओर पुलिस एवं जिला प्रशासन के आला अधिकारी एवं कर्मचारी तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी आदि भीड़ प्रबंधन के कार्य में जुटे हुए थे।
रामघाट शिप्रा तट पर चंद्रमौलेश्वर के पूजन-अर्चन के बाद सवारी श्री रामानुज कोट, कार्तिक चौक, खाती का मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार से गुदरी चौराहा होते हुए पुन: श्री महाकालेश्वर मन्दिर पहुंची
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