सिंहस्थ अध्यात्म का पूरी दुनिया को दर्शन करायेगा- चौहान
उज्जैन |मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने सोमवार को उज्जैन में श्री निरंजनी अखाड़ा पंचायती की भव्य पेशवाई में सपत्नीक शामिल होकर संत आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ केबीनेट व प्रभारी मंत्री श्री भूपेन्द्रसिंह, विधायक डॉ.मोहन यादव, श्री शिवनारायण जागीरदार सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने अपनी धर्म पत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान के साथ चारधाम मंदिर पहुंचकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री नरेन्द्रगिरिजी, महामण्डलेश्वर श्री पुण्यानंदगिरिजी एवं श्री शांतिस्वरूपानंद तथा अन्य उपस्थित महामण्डलेश्वरों, श्री महन्तों एवं विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधियों से भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि भगवान श्री महाकाल एवं साधु-संतों के आशीर्वाद से महाकुंभ सफल होगा। सिंहस्थ के माध्यम से भारतीय संस्कृति और आध्यात्म को पूरी दुनिया देखेगी। इस महापर्व के माध्यम से हम भारतीय संस्कृति, इतिहास एवं सनातन परम्परा से दुनिया को रूबरू करायेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिंहस्थ की सफलता के लिये सभी साधु-संतों से आशीर्वाद की कामना की। निरंजनी अखाड़ा की पेशवाई में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने चारधाम मंदिर परिसर से पेशवाई में भाग लिया। यहां महामण्डलेशवर श्री शांतिस्वरूपानंद जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री जी ने सिंहस्थ में जो कार्य कराये है वह अदभूत और अविस्मणीय है। उन्होंने इसके लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद भी दिया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेन्द्रगिरि जी ने पेशवाई का इतिहास, परम्परा एवं महत्व पर प्रकाश डाला।श्री निरंजनी आखाड़ा पंचायती की सोमवार को चारधाम से भव्य पेशवाई प्रारम्भ हुई। पेशवाई में सबसे आगे ध्वजा लिये श्री महन्त चल रहे थे। उनके पीछे चांदी की पालकी में अखाड़े के इष्ट देव विराजित थे। उसके बाद उत्साह पूर्वक अस्त्र-शस्त्र का करतब दिखाते हुए नागा संयासी चल रहे थे। पेशवाई में 50 सफेद घोडों पर सवार नागा साधु सभी की आकर्षण का केन्द्र रहें। नागा साधुओं के पीछे बेंड बाजों के साथ 50 रथ पर सवार महामण्डलेशवर, श्री महन्त चल रहे थे। पेशवाई में करीब 25 बेंड, धार्मिक भजनों की स्वरलहरियां बिखेर रहे थे। वहीं आदिवासी वेशभूषा में लोक नृत्य प्रस्तुत करते हुए आदिवासी नृतक भी चल रहे थे। पेशवाई के दौरान वायुयान द्वारा पुष्प वर्षा भी की गई। पेशवाई में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने भी अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेन्द्रगिरि के साथ चारधाम मंदिर से हरिसिद्ध मार्ग तक भाग लिया। पेशवाई में रथ पर क्रमश: महामण्डलेशवर श्री पुण्यानंदजी, महामण्डलेश्वर बालकानंदजी, श्री सोमेश्वरानंद जी, जगदीशानंदजी, शांतिस्वरूपानंदगिरि, महामण्डलेशवर गुरू मां आनंदमयीपुरी, सोमेशवरानंद सरस्वती, स्वामी महेश्वरानंदगिरि, श्री हरिओमगिरि, स्वामी चिमन्यानंद सरस्वती, स्वामी प्रेमानंदपुरी जी, श्री ललीतानंदगिरि, श्री अनंतानंदगिरि, श्री महन्त मित्यानंदगिरि, स्वामी विष्णु योगानंदजी सहित 50 से अधिक महामण्डलेशवर श्री महन्त पेशवाई के साथ रथ पर सवार होकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद स्वरूप उपहार भेट कर रहे थे। पेशवाई के दौरान मार्ग के दोनों ओर लाखों श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर पेशवाई में शामिल महामण्डलेशवर, श्री महन्तों और नागा सन्यासियों पर पुष्पवर्षा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
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