उज्जैन| सिंहस्थ में भाग ले रहे अखाड़ों के सम्पर्क अधिकारी प्रतिदिन शाम को अखाड़ों में जाकर सन्तों के सम्पर्क में रहें। सन्त-महात्माओं की समस्याओं को दूर कर उनको प्रसन्न रखें। महाराजजी नाराज नहीं होना चाहिये। संभागायुक्त ने उक्त आशय के निर्देश आज मेला कार्यालय में आयोजित सम्पर्क अधिकारियों की बैठक में दिये। बैठक में कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत तथा मेला अधिकारी श्री अविनाश लवानिया मौजूद थे।अखाड़ों में काम आज से शुरू हो- बैठक में संभागायुक्त ने एक-एक सम्पर्क अधिकारी से उनको आवंटित अखाड़ों में चल रहे कार्यों की प्रगति के बारे में प्रश्न पूछे। सम्पर्क अधिकारियों द्वारा बताया गया कि अखाड़ों द्वारा कुछ अन्य कार्यों की मांग की गई। संभागायुक्त ने उक्त सभी मांगों को स्वीकृत करते हुए निम्नांकित कार्य मंजूर किये :-
- बड़ा उदासीन अखाड़ा- अखाड़े में पुराने शौचालय धंस गये हैं। इनका कार्य स्वीकृत करते हुए आज से काम शुरू करने के निर्देश दिये गये। अखाड़े की भोजनशाला के सामने ब्लॉक्स लगाये जायेंगे, बिजली के खंबे ट्यूबुलर लगाये जाने के निर्देश दिये।
- अटल अखाड़ा- अखाड़े में ट्यूबवेल खनन किया गया है। इसमें मोटर डालने के कार्य को स्वीकृत किया गया।
- पंचायती बड़ा आव्हान अखाड़ा- वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्यों को समय-सीमा में पूरे करने के निर्देश दिये।
- दिगम्बर अणि अखाड़ा- निर्माण कार्यों में लोहे आदि सामग्री की कमी को दूर किया जायेगा। अखाड़ा प्रांगण का समतलीकरण कर मुरम डालने के निर्देश दिये गये। रसोई कक्ष बनाने को स्वीकृति।
- पंचायत अग्नि अखाड़ा- कुए में मोटर डलवाई जायेगी। सदावल में बाउंड्री वाल बनाने की मंजूरी।
- निर्मल पंचायती अखाड़ा- आठ शौचालय, ट्यूबवेल में मोटर लगाना, शौचालय का कार्य तत्काल प्रभाव से करने के निर्देश दिये। पांच विद्युत पोल लगाये जायेंगे, अखाड़े के भवन की मरम्मत व रंगाई-पुताई को स्वीकृति दी गई। नये भवन तक सीसी रोड बनाई जायेगी।
- महानिर्वाणी अखाड़ा- चार विद्युत पोल लगाये जायेंगे, दो ट्यूबवेल में मोटर लगाई जायेगी, नीलगंगा पड़ाव स्थल पर शौचालय बनाये जायेंगे। पड़ाव की भूमि का सीमांकन कराया जायेगा एवं ओटला निर्माण किया जायेगा।
- निरंजनी अखाड़ा- 10 शौचालय, पुराने भवन के सामने टाईल्स लगाई जायेगी। ट्यूबवेल में मोटर डाली जायेगी।
- निर्वाणी अणि अखाड़ा- ट्यूबवेल में पानी नहीं निकलने के कारण नया ट्यूबवेल लगाया जायेगा। दस शौचालयों की स्वीकृति दी गई। राम मन्दिर का जीर्णोद्धार कराया जायेगा।
- निर्मोही अखाड़ा- कुए की मुंडेर बनाकर उस पर जाली लगाई जायेगी।
- मंगलनाथ क्षेत्र के तीनों अखाड़ों की चरण पादुकाओं की रिपेयरिंग कराई जायेगी।
No comments:
Post a Comment