पोलियो से डबल सुरक्षा करेगी आईपीव्ही वैक्सीन
शिवपुरी|शिवपुरी शहर में आज आईपीव्ही (इनएक्टिवेटेड पोलियो वायरस वैक्सीन) वैक्सीन का राज्य स्तरीय शुभारंभ पोहरी विधायक श्री प्रहलाद भारती द्वारा जिला चिकित्सालय शिवपुरी में किया गया। भारत में आईपीव्ही का ‘‘नेशनल लॉंच‘‘ प्रथम चरण हेतु चयनित 6 राज्यों म.प्र., उ.प्र. बिहार, गुजरात, पंजाब एवं असाम में किया गया है।इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्ही.के.खरे, सिविल सर्जन डॉ.गोविन्द सिंह, जिला मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय ऋषीश्वर, डब्ल्यू.एच.ओ. एस.एम.ओ. डॉ.बिन्दु सिंघल, श्री दीपक दोहरे लेखा एवं मूल्यांकन अधिकारी शहरी स्वास्थ्य, श्री विनोद कांटे कोल्ड चैन हैण्डलर, श्री सुनील जैन सोशल मोबिलाईजर शहरी स्वास्थ्य आदि उपस्थित रहे।इस दौरान छोटू पुत्र मंगल सिंह वर्मा, शैलेष पुत्र बीरेन्द्र खटीक, लव पुत्र गगन गोयल, समर्थ पुत्र मनमोहन यादव को ओरल पोलियो की तीसरी खुराक के साथ आईपीव्ही का टीका लगाया गया। सीएमएचओ श्री खरे ने बताया कि एक टीका इंजेक्षन के रूप में ओपीव्ही (ओरल पोलियो वैक्सीन) की तीसरी खुराक के साथ देना प्रारम्भ किया गया है। यह टीका नवजात शिशुओं को 14 सप्ताह (साढे तीन माह) उम्र में दिया जावेगा। बिलम्व होने पर एक वर्ष की उम्र के भीतर भी यह टीका दिया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के आव्हान पर भारत सहित 126 देशों में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत आई.पी.व्ही. (इनएक्टिवेटेड पोलियो वायरस वैक्सीन) का ‘‘समावेश‘‘ किया जा रहा है। वर्ष 2013 से 30 देशों में आई.पी.व्ही. का इस्तेमाल पूर्व से हो चुका है।आईपीव्ही टीका 1200 रू प्रति वायल-10 डोज है। प्रदेश के नौनिहालों के लिए सरकार यह टीका निःशुल्क सभी शासकीय केन्द्रों एवं ऑंगनवाडी टीकाकरण सत्र के दौरान उपलब्ध करा रही है। यह टीका अत्यंत उपयोगी, सुरक्षित एवं दुष्प्रभावहीन है, इस टीके के प्रारम्भ होने के बाद भी ओ.पी.व्ही. (‘‘दो बूंद जिंदगी की‘‘) की सभी खुराके पूर्ववत जारी रहेंगी। पूरे विश्व को पोलियो मुक्त करने हेतु अंतिम प्रयास के तहत आई.पी.व्ही. की शुरूआत एक महत्वपूर्ण कदम है।भारत पोलियो-मुक्त मार्च 2014 में हो चुका है किन्तु आसपास के देशों (अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नाईजीरिया) में पोलियो के प्रकरण हैं। इन देशों से परिवारों के आवागमन के कारण भारत में भी पोलियो का खतरा बना हुआ है। अतः आई.पी.व्ही. के माध्यम से दोहरी (डबल) सुरक्षा देकर हम पोलियो के पुर्नआगमन पर प्रभावी ढंग से रोक लगा सकेगे।
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