संभागायुक्त ने रात में किया अखाड़ों का अवलोकन

उज्जैन|सभी अखाड़ों में सिंहस्थ के मद्देनजर उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप निर्माण कार्य कराए जाएं। निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता के हों, तथा निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराए जाएं। सभी लाइसेनिंग अधिकारी इस संबंध में संबंधित विभागों से समन्वय कर कार्य कराएं।संभागायुक्त श्री रवीन्द्र पस्तोर ने मंगलवार को रात में अखाड़ों का भ्रमण कर वहां के अखाड़ा प्रमुखों से चर्चा की तथा वहां कराए जा रहे निर्माण कार्यों को देखा। इस अवसर पर  कलेक्टर श्री कवीन्द्र कियावत, मेला अधिकारी श्री अविनाश लवानिया, प्रमुख लाइसेनिंग अधिकारी श्री शिव कुमार दुबे आदि उपस्थित थे। अधिकारी गण रात्रि लगभग 9 बजे अखाड़ों के भ्रमण के निकले तथा रात्रि 11 बजे भ्रमण समाप्त हुआ।संभागायुक्त सर्वप्रथम बड़ा उदासीन अखाड़ा गए जहां उन्होंने वहां के महन्तजी से चर्चा की तथा कार्यों को देखा। इसके पश्चात वे निर्मल अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा तथा निर्वाणी अखाड़ा गए। निर्मल अखाड़े में कार्य की गति बढ़ाने, अखाड़े का भीतरी रोड बनाने, पानी की समस्या का समाधान आदि के निर्देश दिए। निरंजनी अखाड़े के पास नया रोड बनने के कारण अखाड़ा परिसर का लैबल नीचा हो गया है, इसका लैबल बढ़ाने के निर्देश दिए।संभागायुक्त को निर्वाणी अखाड़े के महन्तजी द्वारा बताया गया कि अखाड़े में कुछ कार्य और कराए जाने की आवश्यकता है। यहां गोशाला का कार्य कराने, अतिरिक्त लाइट लगाए जाने आदि का कार्य कराया जाए। संभागायुक्त द्वारा अखाड़े के लाइजेनिंग अधिकारी को कार्य के संबंध में निर्देश दिए गए।

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