भारतीय समाज में सामर्थ्य से अधिक समर्पण का रहा है महत्व : अमित शाह

सतना|भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने कहा कि भारतीय समाज में सामर्थ्य से कहीं ज्यादा समर्पण की भावना का महत्व हमेशा रहा है। जनसेवा और ग्रामोत्थान के संकल्प को लेकर चित्रकूट मे दीनदयाल शोध संस्थान और सद्गुरू सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा प्रारंभ किये गये कार्यो से समाज सेवा का अतुलनीय उदाहरण प्रस्तुत हुआ है। श्री शाह शनिवार को सतना जिले के चित्रकूट में सद्गुरू नेत्र चिकित्सालय जानकीकुण्ड के लोकार्पण अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने की। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश शासन के जनसंपर्क, ऊर्जा एवं खनिज साधन मंत्री तथा सतना जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, राजस्व एवं पुर्नवास मंत्री रामपाल सिंह, सांसद सतना गणेश सिंह, सांसद बांदा भैरो प्रसाद, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, सद्गुरू सेवा संघ के अध्यक्ष विशदभाई मफतलाल, डॉ. बी.के.जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष सुधा सिंह, महापौर सतना ममता पाण्डेय, नगर पंचायत अध्यक्ष चित्रकूट प्राची चतुर्वेदी भी उपस्थित थे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को विशेष विमान से उ.प्र. कर्बी के देवांगना हवाई पट्टी पहुंचे जहां प्रदेश शासन के मंत्री द्वय राजेन्द्र शुक्ल एवं रामपाल सिंह तथा सतना सांसद गणेश सिंह ने उनकी आगवानी की। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने वैदिक मंत्रो के बीच सदगुरू नेत्र चिकित्सालय जानकीकुण्ड के आधुनिक उपकरणो से सुसज्जित नवनिर्मित भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुये श्री शाह ने कहा कि तीस वर्ष के सार्वजनिक जीवन मे वे कई सेवा संस्थानो मे गये है लेकिन सेवा और समर्पण का इतना महत्व और कहीं नही देखा। उन्होने कहा कि चित्रकूट पूरे विश्व मे हमेशा से श्रद्धा का केन्द्र रहा है। पूज्य रणछोडदास जी ने इस स्थान का चयन कर रामायण काल के भरत के चरित्र की परम्परा को आगे बढाया। वहीं नानाजी देशमुख ने 60 वर्ष की उम्र पूरी होते ही जनसेवा का संकल्प लेकर ग्रामोत्थान और समाज सेवा का प्रकल्प चित्रकूट मे खडा किया। प्रभू श्रीराम की चित्रकूट की धरती पूर्व से ही ऊर्जावान रही है। पूज्य रणछोडदास जी और नानाजी देशमुख ने जनसेवा मे अपना पूरा जीवन समर्पित कर उसकी पुर्नस्मृति पैदा की है। रणछोड दास जी के सानिध्य में 10 बेड से शुरू किये गये अस्पताल का आज 2 हजार बेड की क्षमता का आधुनिक तकनीकों और जनसेवा से युक्त यह अस्पताल खडा होकर देशभर के सेवाभावी लोगों का मार्गदर्शन भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात प्रांत में श्रेष्ठ को ही सेठ शब्द का संबोधन दिया जाता है। अरबिन्द भाई मफतलाल को पूरा गुजरात सेठ के रूप में ही जानता है। रणछोडदास जी के परम शिष्य मफतलाल द्वारा जनसेवा से शुरू किये गये कार्यो को उनकी तीसरी पीढी विशदभाई मफतलाल पूरी तन्मयता के साथ पूरे कर रहे हैं। मानवसेवा के इस पुनीत कार्य से जुडे सभी लोगों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अमित शाह ने कहा कि शिक्षा, महिला सशक्तीकरण और गौसेवा के क्षेत्र में सदगुरू सेवा संस्थान बहुत ही प्रसंशनीय कार्य कर रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि पूरे विश्व मे दृष्टि बाधा सबसे बडी समस्या है। विश्व की 5 प्रतिशत जनसंख्या दृष्टि बाधित है। दृष्टि से ही सृष्टि का निर्माण होता है। सद्गुरू सेवा संघ ट्रस्ट के माध्यम से नेत्र रोगियो की सेवा का इतना अच्छा उदाहरण और कहीं नही है। उन्होने कहा कि कामतानाथ और राष्ट्रऋषि नानाजी की इस पवित्र भूमि में एक नई सृष्टि का निर्माण हुआ है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने पहलीबार बाधित ब्यक्तियो के लिये एक्सेसबिलिटी नीति बनाई है। यह नई सोच की परिचायक है। उन्होने कहा ‘‘माना कि अधेरा बहुत घना है मगर दिया जलाना कहां मना है’’। 

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