पंचक्रोशी आयोजन में ग्रामवासी महत्वपूर्ण कड़ी – कियावत

उज्जैन| एक मई से 6 मई 2016 तक नियत मार्ग पर पंचक्रोशी यात्रा निकलेगी। यह यात्रा विगत वर्षों की तुलना में इस बार विशेष है। क्योंकि इसमें पूर्व वर्षों की तुलना में 10 गुना अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है। इसके सफल आयोजन के लिये पंचक्रोशी मार्ग पर किन-किन समस्याओं से श्रद्धालुओं को दो-चार होना पड़ता है या पड़ सकता है, उन्हें जानने-समझने के लिये मैंने भी स्वत: यह यात्रा की। इससे यह स्पष्ट हो गया कि महज परम्परागत व्यवस्थाओं से काम नहीं चलने वाला। पंचक्रोशी यात्रा के सफल आयोजन के लिये ग्रामवासी सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। इसलिये पंचक्रोशी यात्रा के लिये अन्तिम कार्य योजना बनाने के पूर्व ग्रामवासियों का सुझाव लें। अपने अनुभव साझा करते हुए सम्बन्धितों को यह निर्देश शनिवार को कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने दिये |बृहस्पति भवन में पंचक्रोशी यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर आयोजित बैठक में कलेक्टर श्री कियावत ने पंचक्रोशी मार्ग पर पड़ने वाले पिंगलेश्वर, धतरावदा, करोंदिया, लालपुर, डेंडिया, मेंढिया, पिपल्याराघौ, छायन, तालोद, करोहन, गोंदिया, रानाबड़, बामोरा, देवराखेड़ी, नलवा, अंबोदिया, नईखेड़ी, सोडंग, कालियादेह, जैथल और उंडासा ग्राम पंचायतों के सरपंच-सचिवों को भी बुलाया। बैठक में कलेक्टर ने अपनी यात्रा के दौरान ग्राम पंचायतों में पंचक्रोशी के दौरान की जाने वाली जिन व्यवस्थाओं एवं वर्तमान समस्याओं को चिन्हित किया था, उनके प्रभावी निराकरण के निर्देश सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने इस दौरान सभी ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों से पंचक्रोशी के सफल आयोजन के लिये की जाने वाली अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। साथ ही सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को पंचक्रोशी यात्रा के दौरान व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

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