यूनेस्‍को -विश्‍व शांति के लिए शिक्षा जरूरी - मोदी

  यूनेस्को  | मुख्यालय में लोगों को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व में शांति और भाईचारा और सुनहरा भविष्य बनाना हमारा लक्ष्य है। मोदी ने कहा, इसके लिए शिक्षा का प्रसार सबसे जरूरी है। उन्होंने इस दिशा में काम करने के लिए यूनेस्को की सराहना भी की। मोदी ने शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा कि विद्या सभी धनों से अनमोल है। भारत के विकास के बारे में मोदी ने कहा कि हम डिजिटल इंडिया के रास्ते पर चल रहे हैं, इससे विकास का रास्ता खुलेगा।मोदी ने कहा कि यूनेस्को में संबोधन गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि यूनेस्को में समय के साथ प्रगति हुई है, दुनिया में शांति बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। भारत यूनेस्को का सम्मान करता है. हमारा लक्ष्य विश्व शांति का होना चाहिए. दुनिया को बेहतर बनाने के लिए यूनेस्को काम कर रहा है। हर बच्चे का विकास जरूरी है. हमें उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करना होगा। मोदी ने कहा कि दुनिया में हर बच्चा शिक्षित हो और हर बच्चा हुनरमंद हो। हमारी संस्कृति में शिक्षा का अहम स्थान है, विकास तब होता है जब निचले तबके का विकास होता है । इससे पहले, मोदी यूनेस्को मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने श्रीअरविंदो की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।तीन देशों (फ्रांस, जर्मनी व कनाडा) की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले पड़ाव पर गुरुवार देर रात पेरिस पहुंचे। वहां पहुंचने पर उनका शानदार स्वागत किया गया। आज औपचारिक तौर पर स्वागत के लिए उनके सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर पेश किया गया। इससे पहले पीएम मोदी ने प्रथम विश्व युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मोदी का .युनेस्को मुख्यालय जाने का कार्यक्रम है।आज मोदी वहां राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद से बातचीत करेंगे और कारोबारी नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। बातचीत मुख्य रूप से परमाणु, रक्षा व व्यापार पर केंद्रित होगी। नरेंद्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति के बीच वार्ता से पहले भारत ने आज कहा कि उसे इस वार्ता से महाराष्ट्र के जैतापुर में फ्रांसीसी परमाणु संयंत्र स्थापित करने के प्रस्ताव के साथ साथ राफेल लड़ाकू विमान समझौते में गति आने की उम्मीद है।चार दिन की फ्रांस यात्रा के तहत मोदी ओलांद के साथ नौका की भी सवारी करेंगे। इसे 'नाव पे चर्चा' का नाम दिया जा रहा है। भारत को उम्मीद है कि फ्रांसीसी कंपनियां मोदी की ओर से शुरू किए गए मेक इन इंडिया कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी।फ्रांस से मोदी जर्मनी रवाना, होंगे जहां एक बार फिर उनका फोकस व्यापार और प्रौद्योगिकी पर होगा। प्रधानमंत्री पहले हनोवर मेले में जाएंगे, जहां इस साल भारत एक साझेदार है। इस मेले में करीब 400 भारतीय कंपनियां हिस्सा ले रही हैं।मोदी जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के साथ मेले में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन करेंगे और भारत-जर्मनी व्यापार सम्मेलन को संबोधित करेंगे। मोदी हनोवर में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। दोनों नेता बर्लिन में विस्तृत वार्ता करेंगे, जो मुख्य रूप से विकास के लिए दोनों देशों का सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित होगी। अपने दौरे के तीसरे व आखिरी चरण में मोदी कनाडा जाएंगे। पिछले 42 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली कनाडा यात्रा होगी।

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