भोपाल। प्लेटफॉर्म पर लगे डिस्प्ले बोर्ड की गफलत के कारण एक बुजुर्ग की शताब्दी एक्सप्रेस से गिरकर मौत हो गई। हादसे में उसके दोनों पैर कट गए थे। घटना मुख्य रेलवे स्टेशन पर सोमवार शाम 5:45 बजे हुई। बताया जाता है कि दौड़ते-हांफते हुए वह जब तक अपने कोच तक पहुंचे, तभी ट्रेन रवाना होने लगी थी।रेलवे पुलिस के अनुसार मकान नंबर, 87-88 बी ब्लॉक नयाखंड-2, गाजियाबाद निवासी 74 वर्षीय दीनदयाल माथुर शनिवार को एक शादी समारोह में शामिल होने भोपाल आए थे।सोमवार को वह शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली जाने के लिए पत्नी अ्म्बे माथुर के साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर पहुंचे थे। उनका ट्रेन के कोच-सी-2 में रिजर्वेशन था। हबीबगंज से आकर रुकी ट्रेन शाम 5:45 बजे गंतव्य के लिए रवाना हो रही थी, तभी माथुर उसमें सवार होने की कोशिश करने लगे। इस दौरान संतुलन बिग़़डने से वह ट्रैक पर गिर प़़डे। हादसे में उनके दोनों पैर कट गए थे। सूचना मिलने पर रेलवे अस्पताल के डॉक्टर मौके पर पहुंचे। जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका शव पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल की मरचुरी में रखवा दिया गया है। पुलिस मामले की जंाच कर रही है।कोच तलाशते हुए पहुंचे,तभी ट्रेन चल दी थीदरअसल, पहले शताब्दी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर-1 से रवाना होती थी। यहां पर उसके कोच क्रमांक-बी, सी के हिसाब से डिस्प्ले बोर्ड लगे थे। लेकिन हबीबगंज से शताब्दी एक्सप्रेस के चलने के बाद अब यह मुख्य रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर-2 पर आती है। यहां पर लगे डिस्प्ले बोर्ड में बी, सी की सीरिज के बजाए कोच क्रमांक1,2,3 आदि डिस्प्ले होते हैं। इसके अलावा अक्सर ट्रेन के कोच डिस्प्ले हो रहे नंबर से आगे पीछे खडे़ होते हैं। इससे गफलत होती है।सोमवार को हुई घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शताब्दी के कोच डिस्प्ले हो रहे नंबरों से काफी दूर खडे़ हुए थे। सी-2 कोच को तलाश रहे बुजुर्ग माथुर दंपति प्लेटफार्म पर तेज रफ्तार से चलते हुए अपने डिब्बे तक पहुंचे, तभी ट्रेन चलने लगी। चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में दीनदयाल माथुर हादसे का शिकार बन गए।बुजुर्ग की शताब्दी एक्सप्रेस से गिरने से मौत
भोपाल। प्लेटफॉर्म पर लगे डिस्प्ले बोर्ड की गफलत के कारण एक बुजुर्ग की शताब्दी एक्सप्रेस से गिरकर मौत हो गई। हादसे में उसके दोनों पैर कट गए थे। घटना मुख्य रेलवे स्टेशन पर सोमवार शाम 5:45 बजे हुई। बताया जाता है कि दौड़ते-हांफते हुए वह जब तक अपने कोच तक पहुंचे, तभी ट्रेन रवाना होने लगी थी।रेलवे पुलिस के अनुसार मकान नंबर, 87-88 बी ब्लॉक नयाखंड-2, गाजियाबाद निवासी 74 वर्षीय दीनदयाल माथुर शनिवार को एक शादी समारोह में शामिल होने भोपाल आए थे।सोमवार को वह शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली जाने के लिए पत्नी अ्म्बे माथुर के साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर पहुंचे थे। उनका ट्रेन के कोच-सी-2 में रिजर्वेशन था। हबीबगंज से आकर रुकी ट्रेन शाम 5:45 बजे गंतव्य के लिए रवाना हो रही थी, तभी माथुर उसमें सवार होने की कोशिश करने लगे। इस दौरान संतुलन बिग़़डने से वह ट्रैक पर गिर प़़डे। हादसे में उनके दोनों पैर कट गए थे। सूचना मिलने पर रेलवे अस्पताल के डॉक्टर मौके पर पहुंचे। जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका शव पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल की मरचुरी में रखवा दिया गया है। पुलिस मामले की जंाच कर रही है।कोच तलाशते हुए पहुंचे,तभी ट्रेन चल दी थीदरअसल, पहले शताब्दी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर-1 से रवाना होती थी। यहां पर उसके कोच क्रमांक-बी, सी के हिसाब से डिस्प्ले बोर्ड लगे थे। लेकिन हबीबगंज से शताब्दी एक्सप्रेस के चलने के बाद अब यह मुख्य रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर-2 पर आती है। यहां पर लगे डिस्प्ले बोर्ड में बी, सी की सीरिज के बजाए कोच क्रमांक1,2,3 आदि डिस्प्ले होते हैं। इसके अलावा अक्सर ट्रेन के कोच डिस्प्ले हो रहे नंबर से आगे पीछे खडे़ होते हैं। इससे गफलत होती है।सोमवार को हुई घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शताब्दी के कोच डिस्प्ले हो रहे नंबरों से काफी दूर खडे़ हुए थे। सी-2 कोच को तलाश रहे बुजुर्ग माथुर दंपति प्लेटफार्म पर तेज रफ्तार से चलते हुए अपने डिब्बे तक पहुंचे, तभी ट्रेन चलने लगी। चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में दीनदयाल माथुर हादसे का शिकार बन गए।
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प्रदेश
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Bhopal, Madhya Pradesh, India
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