नोडल अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष नजर रखें - कलेक्टर

 अशोकनगर | परख के नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षे़त्रांतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें। स्वास्थ्य योजनाएं सही ढंग से संचालित हों इसकी निगरानी परख के विंग नोडल अधिकारियों द्वारा की जाए। साथ ही परख कार्यक्रम के अंतर्गत क्रियान्वित शासकीय योजनाओं पर भी ध्यान दिया जाए। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्री आर.बी.प्रजापति ने 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के प्रांगण में परख के नोडल अधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला के आयोजन अवसर पर जिले भर से आए समस्त परख के नोडल अधिकारियों को दिए। कलेक्टर श्री प्रजापति ने कहा कि शासन द्वारा संचालित जन हितैषी योजनाओं का क्रियान्वयन विभिन्न विभागों के सहयोग एवं समन्वय से ही भलीभूति क्रियान्वित होती हैं। स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को मिले यह सुनिश्चित किया जाए। अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के समय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त करें। साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र, आरोग्य केन्द्र में जाकर स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं का जायजा लेकर प्रतिवेदन दें। उन्होंने नोडल अधिकारियों से परख के निर्धारित प्रपत्रों को भरने एवं ग्रामों का नियत तिथियों में भ्रमण किए जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की।ममता अभियान की समीक्षा-कलेक्टर श्री प्रजापति ने ममता अभियान की समीक्षा करते हुए बताया कि गांव-गांव में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रदाय तंत्र को मजबूत बनाया गया है। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं तथा शिशुओं का जीवन बचाने के लिए ममता अभियान चलाया गया है। इस अभियान को समाज और आम जनता अभियान बनाया जाए तथा समाज का हर वर्ग इसमें सहयोग करे। उन्होंने कहा कि ममता अभियान स्नेह, सुरक्षा और सम्मान बिन्दुओं पर आधारित एक मिशन है। माता और शिशुओं की सुरक्षा के लिए माताओं को जागरूक बनाने की जरूरत है।
प्रमाण-पत्र वितरित-कलेक्टर द्वारा ममता अभियान अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले नोडल अधिकारियोंसर्वश्री रामसेवक माहौर, जगदीश रावत तथा आर.एस.रघुवंशी को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामवीर सिंह रघुवंशी ने कहा कि माताओं और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तत्परता एवं कड़ी मेहनत से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी जागरूकता से माताओं का जीवन बचाया जा सकता है। उन्होंने बेटे और बेटियों के साथ समान व्यवहार करने एवं समाज दर्जा दिए जाने की बात कही। उन्होंने माताओं और बच्चों के  बेहतर स्वास्थ्य के लिए लोगों को जागरूक किए जाने पर भी जोर दिया।  प्रशिक्षण के दौरान ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस में मातृ स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं, ग्राम स्तरीय टीकाकरण, शिशु एवं किशोर स्वास्थ्य, आई.एफ.ए.गोलियों की प्रदायगी, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, ग्राम आरोग्य सह आंगनवाड़ी केन्द्र में होने वाली प्रमुख गतिविधियों, गर्भवती महिला के जटिल लक्षणों तथा सुरक्षित गर्भावस्था हेतु 10 कदम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।  इस अवसर पर डॉ. सिकदार सिंह, ब्लाक मेडीकल आफीसर डॉ. बुनकर, डीएचओ डॉ. आर.सोल्या एवं समस्त परख के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।

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