नेपाल-हिंदी को यूएन की आधिकारिक भाषा बनाने की मांग

 काठमांडू। हिंदी में शपथ लेने के कारण निलंबन झेल चुके नेपाल के उपराष्ट्रपति परमानंद झा ने इसे संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाओं में शामिल करने का सुझाव दिया है। विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में यहां आयोजित एक सेमिनार में परमानंद झा ने कहा कि हिंदी न सिर्फ विश्व की भाषा बनने, बल्कि संयुक्त राष्ट्र में पंजीकृत होने की भी योग्यता रखती है।वर्ष 2009 में निर्वाचन के बाद पद और गोपनीयता की हिंदी में शपथ लेने के कारण परमानंद झा को छह माह के लिए निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने कहा, नेपाल में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए, इसे दैनिक जीवन के साथ जोड़ना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि हिंदी और नेपाली भाषा में बहुत ही गहरा संबंध हैं, क्योंकि दोनों की जननी संस्कृत भाषा है। नेपाल में हिंदी टेलीविजन चैनल और हिंदी सीरियल बहुत लोकप्रिय हैं।

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