लालकृष्ण आडवाणी ने इस्तीफा वापस लिया....

नई दिल्लीबीजेपी में सभी पदों से इस्‍तीफा देने वाले एल के आडवाणी को मनाने की कोशिशों के बाद भाजपा अध्‍यक्ष राजनाथ सिंह ने दावा किया कि वह पार्टी का फैसला मानने के लिए तैयार हो गए हैं। आडवाणी के घर पर हुई प्रेस कांफ्रेंस में राजनाथ, नितिन गडकरी, सुषमा स्वराज और उमा भारती मीडिया के सामने आए। मंगलवार शाम को राजनाथ और आडवाणी के बीच मुलाकात हुई। इसके बाद उन्‍होंने आडवाणी के घर पर ही प्रेस कांफ्रेंस की। उन्‍होंने कहा कि आडवाणी ने पार्टी का फैसला मानने पर रजामंदी दे दी है।आडवाणी के मीडिया के सामने न आने के सवाल पर बीजेपी प्रमुख राजनाथ सिंह ने कहा कि आडवाणी जी उनके बगल में बैठकर प्रेस कांफ्रेंस सुनते तो यह सामान्य शिष्टाचार के खिलाफ होता। इसलिए उन्होंने आडवाणी जी से कहा कि उन्हें प्रेस कांफ्रेंस में आने की जरूरत नहीं है। राजनाथ ने बताया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आडवाणी जी से बात की और उनसे बीजेपी संसदीय कमेटी का प्रस्ताव स्वीकार करने को कहा। और आडवाणी इस बात को मान गए। राजनाथ सिंह का कहना था कि आडवाणी जी को पार्टी की फंक्शनिंग को लेकर भविष्य में जो भी शिकायत होगी वह खुद उनसे बात करेंगे। राजनाथ के अलावा आडवाणी के घर पर मंगलवार शाम को नितिन गडकरी और सुषमा स्वराज भी पहुंचे थे। आडवाणी के घर आते समय सुषमा के चेहरे पर मुस्कान थी और और उन्होंने सिर हिलाकर इशारा किया कि बीजेपी का मौजूदा संकट सुलझ गया है। इससे पहले आडवाणी से मिलने उनके आवास पर बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी, गोपीनाथ मुंडे और आरएसएस के प्रतिनिधि एस गुरुमूर्ति पहुंचे थे। आडवाणी से मिलने के बाद सुषमा स्‍वराज ने कहा कि आडवाणी गुस्‍से में नहीं हैं। उन्‍होंने कहा, 'उनका इस्‍तीफा स्‍वीकार नहीं किया गया है। ऐसे में उनका इस्‍तीफा देने का कोई सवाल नहीं है।' बीजेपी के उपाध्‍यक्ष प्रभात झा ने कहा, 'आडवाणी बीजेपी के सबसे बड़े नेता हैं लेकिन सियासत चलती रहेगी और मोदी पर राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी का फैसला बदला नहीं जाएगा।' इससे पहले आडवाणी को मनाने के सवाल पर राजनाथ सिंह चुप्पी साधे हुए थे और उन्‍होंने मंगलवार सुबह कहा था कि संघ ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है। बांसवाड़ा में एक कार्यक्रम में हिस्‍सा लेने जा रहे राजनाथ सिंह जैसे ही अपने आवास से निकले, तो पत्रकारों ने उनसे सवाल किए कि आडवाणी को मनाने की कोशिश कितनी कामयाब रही है, तो पार्टी अध्‍यक्ष इस सवाल का जवाब देने से बचते दिखे। उन्‍होंने इस सवाल का जवाब देने के बजाय संघ के बयान से जुड़ी खबर पर सफाई दी और कहा कि संघ ने कोई बयान नहीं जारी किया है। राजनाथ ने कहा कि उनकी संघ के नेताओं से बात हुई है। कल खबर आई थी कि संघ ने राजनाथ सिंह से दो टूक कह दिया है कि बीजेपी आडवाणी को मनाए लेकिन मोदी की कीमत पर नहीं, यानी भाजपा को गोवा बैठक में मोदी पर लिए गए फैसले से पीछे नहीं हटना चाहिए। हालांकि राजनाथ ने साफ किया कि आडवाणी मसले पर संघ का कोई दबाव नहीं है।

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