उज्जैन | मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज महिदपुर तहसील के ग्राम डोंगला में विधि-विधान के साथ मध्य प्रदेश के प्रथम अत्याधुनिक वेधशाला का लोकार्पण कर जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनके मुख्यमंत्रीकाल में अनेकों कामों में से सर्वश्रेष्ठ कार्य डोंगला की वेधशाला का है। आपने कहा कि दुनिया के मानचित्र में डोंगला की अत्याधुनिक वेधशाला का नाम चमकेगा। डोंगला वेधशाला वराह मिहिर के नाम से जानी जायेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की भलाई के लिये हम सबकी मिलकर अच्छे विकास कार्यों में अपनी सबकी सहभागिता होना अतिआवश्यक है। वेधशाला के निर्माण से हम सबको वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ज्ञान प्राप्त होगा। आपने कहा कि वेधशाला के बन जाने से क्षेत्रवासियों के साथ-साथ सबको ज्ञान प्राप्त होगा। इसीलिये आपने वेधशाला के निर्माण कार्य में लगे समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों एवं क्रियान्वयन एजेन्सी की प्रशंसा की। वेधशाला के बन जाने से सचमुच खगोलशास्त्रियों के लिये ही नहीं अन्य के लिये भी उपयोगी सिद्ध होगी। आपने जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार अनेक क्षेत्रों में निरन्तर विकास के कार्य कर रही है और आगे भी करती रहेगी। आपने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि डोंगला से कर्क रेखा गुजरने के कारण वेधशाला का निर्माण सम्पन्न हुआ है। आपने कहा कि श्रीलंका में अशोक वाटिका में जहां माता सीता ठहरी थीं, उस स्थान पर श्रीलंका सरकार से बातचीत कर मन्दिर निर्माण का तय कर लिया गया है। मन्दिर निर्माण के लिये मध्य प्रदेश सरकार ने एक करोड़ रूपये दे दिये हैं, आवश्यकता लगने पर मध्य प्रदेश सरकार और पैसा उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बुजुर्गों को हम तीर्थ यात्रा पर भेज रहे हैं, युवाओं के लिये हमने हाल ही में ‘माँ तुझे प्रणाम योजना’ शुरू की है, इसके तहत युवा अपने गांवों से जल भरकर ले जायेंगे। देश की अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं का अभिषेक करेंगे। वहाँ पर सीमा को प्रणाम करेंगे, सैनिकों को प्रणाम करते हुए राष्ट्रभूमि की रक्षा में लगे सजग प्रहरियों के पसीना खून मिली मिट्टी अपने गांव ले जायेंगे। गांव में इस मिट्टी से ग्रामीणों का तिलक करेंगे। यह संकल्प लेंगे कि एकता और अखण्डता के लिये वे अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देंगे। इस योजना से हम युवाओं में मातृभूमि के लिये बलिदान और सेवा का भाव जागृत करेंगे। सीमा पर लगे सैनिकों के कारण ही हम देश के अन्दर इतनी शान्ति और स˜ाव के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। उनके प्रति हमारे मन में श्रद्धा और आस्था और अधिक प्रगाढ़ हो, युवाओं में मातृभूमि की रक्षा का भाव जागृत रहे, इसी को लेकर यह अभियान शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डोंगला में वेधशाला का निर्माण अद्भुत है। आपने कहा कि पृथ्वी के सारे हिस्सों की खोज नहीं हो पाई है। ब्रह्माण्ड बहुत बड़ा है, दुनिया को जानना बहुत बाकी है, अभी हम चाँद को ही जान पाये हैं और हमारे वैज्ञानिक सतत् जानने के लिये निरन्तर प्रयासरत् हैं। ब्रह्माण्ड में कई आकाश गंगाएं हैं, जिन्हें जानने के लिये वेधशाला का निर्माण किया गया है। आपने कहा कि ब्रह्माण्ड रहस्यभरा है, उसे खोजना बहुत मुश्किल है, परन्तु हमारे वैज्ञानिक निरन्तर ब्रह्माण्ड की खोज कर रहे हैं। लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी ने कहा कि डोंगला में वेधशाला के निर्माण होने से आज ऐतिहासिक प्रसंग जुड़ गया है। भारत का नाम दुनिया में गिना जाता है और उज्जैन का नाम राजा विक्रमादित्य की प्रसिद्धि के लिये जाना जाता है, साथ ही यह कालगणना का केन्द्र भी है। उज्जैन में वराह मिहिर के द्वारा किये गये कामों की टूटी हुई कड़ी को आज मध्य प्रदेश शासन ने जोड़कर डोंगला में मध्य प्रदेश का प्रथम अत्याधुनिक वेधशाला को विकसित किया है, जो प्रशंसनीय है। डोंगला में बनी वेधशाला की चर्चा देश-प्रदेश ही नहीं, विदेश में भी होगी। आपने कहा कि भारत को आगे बढ़ने के लिये गांव-गांव को विकास से जोड़ना होगा, तभी हमारा देश महान् कहलायेगा। आपने कहा कि वेधशाला को दिखाने के लिये गांव-गांव के स्कूली बच्चों को यहाँ भेजा जाये, ताकि उन्हें विज्ञान की बात सिखाई जा सके। आपने कहा कि देश-प्रदेश में ज्ञान-विज्ञान की धारा बहे, यही ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी एवं उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस अवसर पर कहा कि कालगणना का केन्द्र उज्जैन होने से और अत्याधुनिक वेधशाला के निर्माण से यह विश्वस्तरीय बनेगा और यह दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वेधशाला होगी। आपने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कोई भवन या अन्य कार्य का निर्माण होता है उसमें बहुत बारिकी से कार्य किया जाता है। मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष डॉ.मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि देश में राजा जयसिंह ने पाँच वेधशालाओं का निर्माण किया था, जिसमें उज्जैन की वेधशाला भी है। इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अत्याधुनिक वेधशाला का निर्माण जहां से कर्क रेखा गुजरती है, उस स्थान डोंगला में किया है, जो अद्भुत है। उज्जैन की महत्ता को देखते हुए डोंगला में वेधशाला तथा उज्जैन में तारा मण्डल का निर्माण किया गया है। आपने अवगत कराया कि डोंगला में वेधशाला परिसर में पर्यटक मेगा सर्किट उज्जैन के अन्तर्गत जनसुविधा, डे-शेल्टर, पार्किंग, पेविंग ब्लॉक, बाउंड्री वाल, पहुंच मार्ग, सीसी रोड आदि के कार्यों के लिये एक करोड़ 11 लाख रूपये पर्यटन विकास निगम की ओर से स्वीकृत किये गये हैं, जिनका आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भूमि पूजन किया है। आपने अवगत कराया कि डोंगला में वेधशाला के निर्माण के लिये संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी, मुख्यमंत्री, उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय आदि के कर-कमलों से ही सम्पन्न हुआ है। कार्यक्रम के प्रारम्भ में वैज्ञानिक श्री राजेश शर्मा ने वेधशाला की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर गणित विभागाध्यक्ष डॉ.घनश्याम पाण्डेय ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर से जुड़ी वेधशाला के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया।
अत्याधुनिक वेधशाला में रोबोटिक टेलीस्कोप
स्वागत भाषण के दौरान मेप्स के राजेश शर्मा ने बताया कि डोंगला की वेधशाला कर्क रेखा एवं यामुक्त रेखा के मिलन बिंदु को मानते हुए बनी है। वेधशाला में लगा 20 इंची टेलीस्कोप रोबोटिक है। यह सीसीडी कैमरा ज्वाइंट है, इससे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के मापदण्ड के आंकड़े लिये जा सकेंगे। इसे अत्याधुनिक कम्प्यूटर से जोड़ा गया है, जिसमें डेटा स्टोर होगा। रात में टेलीस्कोप को सेट कर सुबह डेटा लिया जा सकता है। 20 इंची टेलीस्कोप देश व प्रदेश का सबसे अत्याधुनिक है। वेधशाला में प्रशिक्षणालय भी रहेगा। नवम्बर-2010 में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये थे कि डोंगला में उच्च कोटि की वेधशाला निर्माण की जाये। मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार मध्य प्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद ने विभागीय मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय के मार्गदर्शन में इस कार्य को शुरू किया। वेधशाला और उज्जैन के तारा मण्डल के निर्माण में सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी, पर्यटन निगम अध्यक्ष डॉ.मोहन यादव का भरपूर मार्गदर्शन और सहयोग मिला।
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