उत्तराखंड की बहुगुणा सरकार पर संकट के बादल छंटने की बजाय और घिरते जा रहे हैं। सीएम विजय बहुगुणा के खिलाफ मोर्चा खोलने और इस्तीफे की धमकी देने वाले कांग्रेस विधायक हरीश धामी के समर्थन में कई और कांग्रेसी विधायक आ गये हैं। वहीं दिल्ली से देहरादून पहुंचे बहुगुणा के धुर विरोधी केंद्रीय मंत्री हरीश रावत भी बगावत की इस आग को बुझाने के बजाय इसे हवा देते ही नजर आ रहे हैं।उत्तराखंड में कांग्रेस के भीतर जारी सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास की मांग को लेकर सीएम बहुगुणा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने अपने हमले और तेज कर दिये हैं। धामी का साफ कहना है कि उन्होंने अपनी आवाज हक की लड़ाई के लिये उठायी है और वह पार्टी से निकाले जाने की भी परवाह नहीं करेंगे।पहाड़ पर पहले से रपटीली सियासी पिच पर बेटिंग कर रहे सीएम विजय बहुगुणा की मुश्किलों को और बढ़ाते हुए। विधायक हेमेश खर्कवाल, मयूख महर और मनोज तिवारी भी हरीश धामी के साथ आकर खड़े हो गये हैं।वहीं बगावत की आग पर पानी डालने के मकसद से असंतुष्ट कांग्रेसी विधायकों को समझाने-मनाने पहुंचे केंद्रीय मंत्री हरीश रावत भी विधायक हरीश धामी के गुस्से को जायज ठहरा रहे हैं।दरअसल उत्तराखंड में कांग्रेस संगठन और सरकार में गुटबाजी इसके सत्ता पर काबिज होने और विजय बहुगुणा के सीधे दिल्ली से पैराशूट से सीएम की कुर्सी पर उतारे जाने के दिन से जारी है लेकिन अब जिस तरह कांग्रेसी विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उससे अगर आने वाले दिनों में बहुगुणा के सारे गुणा-भाग फेल हो जायें, तो ताज्जुब नहीं होना चाहिए क्योंकि ये सारा खेल खुद रावत की बगावत का भी हो सकता है।उत्तराखंड: कांग्रेस पर मंडराए काले बादल
उत्तराखंड की बहुगुणा सरकार पर संकट के बादल छंटने की बजाय और घिरते जा रहे हैं। सीएम विजय बहुगुणा के खिलाफ मोर्चा खोलने और इस्तीफे की धमकी देने वाले कांग्रेस विधायक हरीश धामी के समर्थन में कई और कांग्रेसी विधायक आ गये हैं। वहीं दिल्ली से देहरादून पहुंचे बहुगुणा के धुर विरोधी केंद्रीय मंत्री हरीश रावत भी बगावत की इस आग को बुझाने के बजाय इसे हवा देते ही नजर आ रहे हैं।उत्तराखंड में कांग्रेस के भीतर जारी सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास की मांग को लेकर सीएम बहुगुणा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने अपने हमले और तेज कर दिये हैं। धामी का साफ कहना है कि उन्होंने अपनी आवाज हक की लड़ाई के लिये उठायी है और वह पार्टी से निकाले जाने की भी परवाह नहीं करेंगे।पहाड़ पर पहले से रपटीली सियासी पिच पर बेटिंग कर रहे सीएम विजय बहुगुणा की मुश्किलों को और बढ़ाते हुए। विधायक हेमेश खर्कवाल, मयूख महर और मनोज तिवारी भी हरीश धामी के साथ आकर खड़े हो गये हैं।वहीं बगावत की आग पर पानी डालने के मकसद से असंतुष्ट कांग्रेसी विधायकों को समझाने-मनाने पहुंचे केंद्रीय मंत्री हरीश रावत भी विधायक हरीश धामी के गुस्से को जायज ठहरा रहे हैं।दरअसल उत्तराखंड में कांग्रेस संगठन और सरकार में गुटबाजी इसके सत्ता पर काबिज होने और विजय बहुगुणा के सीधे दिल्ली से पैराशूट से सीएम की कुर्सी पर उतारे जाने के दिन से जारी है लेकिन अब जिस तरह कांग्रेसी विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उससे अगर आने वाले दिनों में बहुगुणा के सारे गुणा-भाग फेल हो जायें, तो ताज्जुब नहीं होना चाहिए क्योंकि ये सारा खेल खुद रावत की बगावत का भी हो सकता है।
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