एम्स का डॉक्टर किडनी चोरी के आरोप में गिरफ्तार

 
फरीदाबाद: पुलिस ने दिल्ली के कीर्ती नगर इलाके से छापा मारकर किडनी निकालने के आरोपी डॉक्टर राज सिंह तेवतिया को गिरफ्तार किया है. आरोपी डॉक्टर पिछले एक महीने से एम्स में नौकरी कर रहा था.हरियाणा के पलवल की फरजाना का आरोप है कि अक्तूबर 2012 में उसके पेट में दर्द हुआ. उसने फरीदाबाद में अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला कि उसको पथरी है. साथ ही डॉक्टर ने उसकी दोनों किडनी का साइज़ भी रिपोर्ट में बताया था.पीडिता के मुताबिक चेकअप करने के बाद वह अपने घर हसनपुर चले गए, तभी वहां किसी ने उन्हें पलवल के ही तेवतिया अस्पताल के बारे में बताया और वहीं ऑपरेशन कराने की सलाह दी. जिस पर फरजाना के परिवार ने उसे एक नवम्बर 2012 को तेवतिया अस्पताल में भर्ती करा दिया, जहां वह नौ नवम्बर तक रही आरोप है कि नौ नवम्बर को डिस्चार्ज होने के पांच-छह दिन बाद उसे फिर दर्द हुआ तो उन्होंने ऑप्रेशन करने वाले डाक्टर राज सिंह तेवतिया और उनकी पत्नी डॉ मीनाक्षी तेवतिया से संपर्क किया. डॉक्टरों ने इस दर्द को गैस का दर्द बताकर कुछ दवाईयां देकर चलता कर दिया.
डॉक्टर पर आरोप लगाने वाले पति पत्नी
डॉक्टर पर आरोप लगाने वाले पति पत्नपीडिता के मुताबिक उसके बाद वेह अपने मायके मेरठ चली गई, जहां उसे फिर दर्द हुआ तो वहां उसका अल्ट्रासाउंड कराया गया, जिसे देखकर डॉक्टर ने गॉलब्लेडर में पथरी होने और एक किडनी न होने की बात कही. यह सुनते ही फरजाना के होश उड़ गए.

उसी शाम वह वापस हसनपुर आ गई और फरीदाबाद, पलवल अस्पतालों के अलावा दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भी चेकअप कराया लेकिन सभी ने एक किडनी न होने की बात कही.
इस पर उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज करा दिया. फरजाना का पति इरशाद ने कहा कि पहले अल्ट्रासाउंड में दोनों किडनी हैं, लेकिन आपरेशन के बाद सिर्फ एक किडनी है.पुलिस ने दिल्ली में छापा मारकर आरोपी डाक्टर राज सिंह तेवतिया को कीर्ति नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि डॉ मीनाक्षी तेवतिया अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस का दावा है कि जल्दी ही डॉ मीनाक्षी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मामले की जांच कर रहे एसएचओ अब्दुल हमीद ने बता कि,"हमने डॉ राज सिंह को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो आरोपी कंपाउंडर पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं."
आरोपी डॉक्टर खुद को बेक़सूर बता रहा है. उसका कहना है कि किडनी निकालने के लिए जरुरी उपकरण उसके पास हैं ही नहीं. डाक्टर ने यह भी बताया कि वह एक महीने से ज्यादा समय से दिल्ली के एम्स अस्पताल में काम रहा रहा था.

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