उज्जैन | 06-मार्च- कलेक्टर श्री बी.एम. शर्मा की अध्यक्षता में बृहस्पति भवन में जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला सहकारी केन्द्रिय बैंक के विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक में सहकारी बैंक के अधिकारियों द्वारा वर्ष 2013-14 के लिए अल्पावधि एवं मध्यावधि कृषि ऋण अदायगी के निर्धारण हेतु प्रस्तावित रणनिति पर विचार विमर्श किया गया। अधिकारियों द्वारा बताया गया कि वर्ष 2013-14 के लिए रबी की मुख्य फसल, गेहूं का प्रस्तावित अल्पावधि ऋणमान 18 हजार है, जिस पर कलेक्टर तथा सहकारी बैंक समिति के अध्यक्ष श्री बी.एम.शर्मा ने ऋणमान 18 हजार से बढ़ाकर 20 हजार करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त मुख्य फसलों के लिए किसानों को ऋण प्रदान किये जाने पर चर्चा की गई, जिसमें सहकारी बैंक के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि खरिफ तथा रबी की मुख्य फसलों पर बैंक द्वारा अल्पावधि ऋण हेतु प्रति हैक्टेयर कुल उत्पादन मूल्य का 35 प्रतिशत तथा मध्यवधि ऋण हेतु प्रति हैक्टेयर कुल उत्पादन मूल्य का 15 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। बैठक में गत दिनों जिले में पाले से प्रभावित हुई फसलों पर भी चर्चा की गई जिस पर उपस्थित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि कुछ स्थानों पर 25 से 50 प्रतिशत नुकसान हुआ है। कलेक्टर श्री बी.एम.शर्मा ने बताया कि गेहूं का उपार्जन आगामी समय में प्रारंभ हो रहा है अतः ओले द्वारा प्रभावित हुई फसलों को हुए कुल नुकसान को बैंकर्स तत्काल अपने रिकार्ड में दर्ज करवाये तथा उनके क्षैत्र के किसानों को भी जानकारी दें कि वे कुल गेहूं उपार्जन और नुकसान को तुरंत दर्शायें ताकि उन्हें ऋण प्राप्त करने में किसी भी तरह की कठिनाई न हो। बैंकों की वार्षिक ऋण योजना पर चर्चा के दौरान कलेक्टर श्री शर्मा ने एक्सिस बैंक द्वारा जमा राशि तथा पूर्व भुगतान में विलंब किये जाने पर बैंक के अधिकारियों को तलब किया। इसके अतिरिक्त एसबीआई, नर्मदा मालवा ग्रामीण बैंक तथा केनरा बैंक के द्वारा टारगेट समय पर पूरे नहीं किये जाने पर नाराजगी प्रकट की तथा नए वित्त वर्ष के पूर्व समय पर लक्ष्य पूरे करने के निर्देश दिये।

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