एक सच-यहाँ लगती है पुरुषो की मंडी...?

नई दिल्लीभारत में कई ऐसी जगह है जहां औरतों और लड़कियों की एक तरह से बोली लगती है ऐसी महिलाएं वेश्यावृत्ति का काम करती है मगर आपने कभी ऐसा सुना है कि भारत में एक ऐसा मार्केट भी है जहां लगती है मर्दों की बोली जी हां दोस्तों आपने सही सुना है भारत की राजधानी कहने वाली दिल्ली में लगता है यह अनोखा मार्केट जहां लगती है मर्दों की बोलीवैसे  तो  दिल्ली में कई मार्केट है पालिका मार्केट कमला नगर  मार्केट  सरोजिनी  नगर  मार्केट  लाजपत नगर मार्केट लेकिन आपको दिल्ली के एक मार्केट के बारे में नहीं पता होगा और उस मार्केट का नामहै  जिगोलो  मार्केट जिगोलो का मतलब होता है पुरुष स्कॉट या फिर कॉल बॉयस पैसा बहुत बड़ी चीज है यह आपने कई फिल्मों में बहुत बार सुना होगा मगर ऐसा ही सुनने को मिल रहा है दिल्ली के युवाओं में जो पैसा कमाने के लिए कोई भी हद पार करने के लिए तैयार है दर असल पैसा कमाने के लिए दिल्ली के लोग अपने जिस्म का सौदा करने से भी नहीं कतरा रहे हैं राजधानी की सड़के जब सुनसान होती है तब इनका यहां बाजार चलता है खासकर यह है कि इन लोगों की बोली वही महिलाएं लगाती है जिनको हम अच्छे घर की कहते हैं यह महिलाएं पोर्च इलाकों में रहने वाली सभ्य और सुशील कही जाती है दिल्ली में युवा खुले अपने जिस्म का सौदा करने लगे हैंजिगोलो को बुक कराने का काम हाई-फाई क्लब और पब और कॉफी हाउस में भी होता है कुछ घंटो के लिए जिगोलो की बुकिंग 18 साल से 3000 रूपए और पूरी रात के लिए 8000 से ₹10000 तक में तय होती है इसके अलावा युवाओं को गठीले सिक्स पैक होने के हिसाब से ₹15000 तक की कीमत भी दी जाती है युवाओं के जिस्म के सौदेबाजी का काम बेहद नियोजित तरीके से होता है यही वजह है कि कमाई का 20% हिस्सा अपनी संस्था को को देना होता है जिनसे यह लोग जुड़े हुए हैं इस काले कारोबार को दिल्ली के कई युवा अपना प्रोफेशन बना चुके हैं तो कई अपने लग्जरी जरूरतों को पूरा करने के लिए इस दलदल में फंस रहे हैं इसमें इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्र सबसे ज्यादा है जो अपने माता पिता से दूर पढ़ाई के लिए घर से दूर आते हैं युवा जिस्म का यह बाजार रात 10:00 बजे से सुबह 4:00 बजे के बीच लगता है युवा पोर्च इलाकों साउथ एक्सटेंशन अंसर प्लाजा करीम मुख्य सड़कों पर खड़े हो जाते हैं जहां गाड़ी रूकती है जिगोलो बैठता है और सौदा तय होते ही गाड़ी चल पड़ती है जिगोलो  की डिमांड उसके गले में बने पट्टे पर निर्भर करती है आप सुनकर दंग रह जायेंगे की गले में बंदा हुआ पट्टा जिगोलो के लिंग के साइज दर्शाता है इसके अलावा दिल्ली के कई जाने माने होटलों में भी यह धंधा फल फूल रहा है मगर यहां जिगोलो की पहचान गले में पहनने पत्ते से नहीं बल्कि ड्रेस से होती है दरअसल दिल्ली के कई होटलों में जिगोलो के हाथ में लाल रुमाल और गले में पट्टे की जगह काली पतलू और सफेद शर्ट उनकी पहचान होती है सूत्रों के मुताबिक जिगोलो इन होटलों कि रेस्त्रां में बैठकर कॉफी की चुस्कियां लेते हुए अपने ग्राहक की तलाश करते हैं
2012 में एक मूवी आई थी b.a. Pass जो इन सब से प्रेरित थी विश्वास नहीं होता कि ऐसा भी कुछ हो रहा है यह सब आम लोगों की समझ से परे हैं परंतु सच यह है कि यह काला धंधा अब भारत में अपने पांव पसारने लगा है और दिल वालों की दिल्ली कहीं जाने वाली भारत की राजधानी इस धंधे का सबसे बड़ा केंद्र है

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