आतंकी सलाहुद्दीन के बेटों को हम पाल रहे है ...?

नई दिल्ली ।जिस युसुफ_शाह उर्फ सैय्यद सलाहुद्दीन (हिजबुल मुजाहिदीन का चीफ और यूनाईटेड जेहाद काऊंसिल का चीफ) को वैश्विक इस्लामिक आतंकवादी घोषित किया जा रहा है, वो पहले कांग्रेस पोषित मुस्लिम यूनाईटेड़ फ्रंट के उम्मीदवार के तौर पर 1987 का चुनाव लड चुका है ... साथ ही वो जमातॆ_ऐ_इस्लामी का कार्यकर्ता नेता रहा है।सबसे जरूरी बात कि सैय्यद मोहम्मद युसुफ शाह उर्फ सैय्यद सलाहुद्दीन उधर पाकिस्तान में फंड इकट्ठा करते पल रहा है, और यहाँ भारत में उसके पांचों बेटो को सरकारी नौकरी देकर मजे से हम पाल रहे हैं। सबसे बड़ा बेटा शकील युसुफ श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंस में मेडिकल सहायक है। दूसरा बेटा जावेद युसुफ शिक्षा विभाग में कम्यूटर ऑपरेटर है। तीसरा बेटा शाहिद युसुफ शेर-ए-कश्मीर एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय में शोधार्थी है। चौथा बेटा वाहिद युसुफ शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंस में डॉक्टर है। वहीं सबसे छोटा बेटा मुईद युसुफ कश्मीर के उद्यमिता विकास संस्थान में नौकरी करता है।
आज मोदी की अमेरिका यात्रा पर इसी सैय्यद सलाहुद्दीन को ग्लोबल इस्लामिक टैररिस्ट घोषित होने पर सरकारी सफलता का नाम ले कर जबरदस्त छाती पीटी जानी शुरू हो चुकी है, लेकिन यहाँ भारत में इस आतंकवादी का परिवार सरकारी नौकरियाँ करते पल रहा है, हम इस सलाहुद्दीन को "इस्लामिक आतंकवादी" तक घोषित नहीं कर सके आज तक ... हिजबुल समर्थक शिया आतंकवादियों को हम बेशर्मी से "अलगाववादी" नाम देते हैं जबकि ईरान व पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद निर्माता - सैय्यद अलीशाह गिलानी, मीरवाईज उमर फारूख, सैय्यद सलाहुद्दीन जैसे गलीज लोग खुलेआम सरकारी सुविधाऐं पाते , सरकारी सुरक्षा में, सरकारी पैसों पर ऐश करते हुऐ पाकिस्तान जिन्दाबाद, कश्मीर की आजादी के नारे लगाते हुऐ इंडिया और इंडियन डॉग्स को गालियाँ देते होटलों में घूमते व  इलाज कराते रहते हैं।सोच लीजिए, जब घोषित आतंकी सलाहुद्दीन के पाँचों बेटे भारत में सरकारी नौकरी में हैं... तो अघोषित रूप से जो आतंकी हैं, उनके कितने नाते-रिश्तेदार-चचा-भतीजे-मामू-खालाएँ भारत के सिस्टम में स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहे होंगे... सबसे महवपूर्ण यह है कि हमारे यहाँ पुलिस मामूली धाराओ के आरोपियो को पकड़ने के लिए उसके परिवार और रिश्तेदारों को उठा लेती है,और अब तो ऐसे आरोपीओ की संपत्ति जब्त करने के नियम भी है । परंतु ऐसे अपराधी को खुली छूट क्यो ...?

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