उज्जैन । यहाँ के तीन व्यापारियों से अनाज की खरीद फरोख्त के नाम पर 1.33 करोड़ की ठगी करने वाले अन्तरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में क्राइम ब्रांच और चिमनगंज मंडी पुलिस को सफलता मिली है। पकड़े गए आरोपी अहमदाबाद के हैं। सरगना और उसके साथी अब भी फरार हैं। राजस्थान, गुजरात समेत कई राज्यों की पुलिस को गिरोह की तलाश थी। पुलिस ने 21 लाख का माल बरामद किया है। ठगों की गिरफ्तारी से खुश व्यापारियों ने न केवल पुलिस अधिकारियों का सम्मान किया बल्कि पुलिस टीम को 21 हजार का नकद इनाम देने की घोषणा की। एसपी एमएस वर्मा ने भी टीम को 25 हजार का इनाम दिया है। एसपी मनोहर वर्मा के अनुसार तीन अप्रैल को मंडी व्यापारी अशोक तल्लेरा, मोतीलाल गिरिया और संकेत खंडेलवाल ने शिकायत की थी कि अहमदाबाद के दलाल केतन पटेल और उसके साथियों ने सात फर्माें के माध्यम से 1.33 करोड़ का माल (गेहूं, चना व आटा आदि) खरीदा और पैसा नहीं चुकाया। अहमदाबाद जाकर जानकारी ली गई तो पता चला कि इस नाम से किसी भी फर्म का आॅफिस बताए गए पते पर नहीं है। केतन और उसके सभी साथियों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ हैं। व्यापारियों की शिकायत के बाद चिमनगंज मंडी थाने में केतन और साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ। एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मंडी पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच एएसपी डॉ.राजेश सहाय को जिम्मेदारी सौंपी। श्री वर्मा ने बताया कि ठगों की गिरफ्तारी के लिए इंसपेक्टर साइबर सेल दीपिका शिंदे, एसआई राजेंद्र इंगले, रोहित पटेल और आरक्षकों की टीम तीन दिनों तक अहमदाबाद में डटी रही। मुखबिर की खबर पर हीरावाड़ी निवासी कल्पेश राकरिया और हीरेन जोशी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो निकोल रोड निवासी संदीप चाैहान, भावेश जोशी और धवल जोशी गिरफ्त में आ गए। उनसे 81 टन गेहूं और 8 क्विंटल चना बरामद हो गया। जिसकी कीमत करीब 21 लाख रुपए है। दलाल केतन पटेल और ठगी में शामिल कन्नू भाई पटेल, जीगर जोशी व अमित पटेल अब भी फरार हैं। एसपी ने बताया कि देवास के खातेगांव, आगर थाना, सीहोर के नसरुल्लागंज और कोटा राजस्थान के अनंतपुर थाने में गिरोह के खिलाफ करोड़ों की ठगी का मुकदमा दर्ज है।
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