पिता कांग्रेसी ,मां सपाई,और अब बेटा बना भाजपा कैंडिडेट

इलाहाबाद । इस बार का विधानसभा चुनाव वाकई दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि इस बार राजनीति में काफी नई चीजें देखने को मिलेंगी| एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी में अंदरूनी कलह की वजह से पिता पुत्र की लड़ाई जगजाहिर हो गई तो वहीँ यूपी में ही एक पॉलिटिकल फैमिली ऐसी भी है जिसमें माँ सपाई, पिता कांग्रेसी और अब बेटा भाजपा प्रत्याशी बन गया है| जी हां ये अनोखी फैमिली है अशोक वाजपेयी की| बता दें कि अशोक वाजपेयी कांग्रेसी हैं, उनकी पत्नी रंजना वाजपेयी सपा में हैं और अब उनके बेटे हर्ष वाजपेयी ने भाजपा ज्वाइन कर ली है| हर्ष वर्धन बाजपेयी इससे पहले सपा में थे|ऐसे भाजपाई बने हर्षवर्धन17 जनवरी को दिन में करीब 11 बजे हर्षवर्धन वाजपेयी ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया कि- 'आई एम गोइंग टू ज्वाइन बीजेपी'। जिसके बाद थोड़ी देर में ही सपा- भाजपा के सभी दिग्गजों तक यह मैसेज चला गया कि सपा नेता रंजना वाजपेयी व अशोक वाजपेयी के पुत्र हर्ष वर्धन बाजपेयी सपा छोड़ कर भाजपा में जा रहे हैं। हर्षवर्धन वाजपेयी शहर के इलाहाबाद उत्तरी सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं।मां रंजना है सपा महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बता दें कि, रंजना वाजपेयी समाजवादी पार्टी की प्रदेश महिला अध्यक्ष हैं| रंजना वाजपेयी को मुलायम खेमे का वफादार सिपहसालार माना जाता है पर जैसे जैसे राजनीति में अखिलेश युग आया रंजना भी अब अखिलेशवादी हो गई हैं|बसपा के टिकट पर लोकसभा लड़ चुके हैं पिता अशोकअशोक बाजपेयी और हर्ष बाजपेयी बसपा में भी रह चुके हैं| अशोक बाजपेयी बसपा के प्रदेश सचिव थे| उन्हें बसपा में विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण पार्टी से निष्काषित कर दिया गया था| बसपा से पहले अशोक कांग्रेस में थे और उन्हें इलाहाबाद में कांग्रेस की धुरी माना जाता था पर गुटबाजी के चलते उन्हें कांग्रेस से किनारा करना पड़ा था| फिलहाल अशोक बाजपेयी कांग्रेस में हैं|

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