उज्जैन |विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल में 22 जून को पर्जन्य अनुष्ठान होगा। देश में उत्तम वृष्टि की कामना से महाकाल पर सहस्त्र जलधारा प्रवाहित की जाएगी। पुजारी वेद मंत्रों से भगवान का अभिषेक करेंगे। सहायक प्रशासक प्रीति चौहान ने बताया इस वर्ष महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान सहित मप्र के अनेक हिस्सों में जलसंकट की स्थिति रही। आने वाली वर्षा ऋतु में देश में सर्वत्र उत्तम वृष्टि हो, इसी कामना से महाकाल में पर्जन्य अनुष्ठान किया जा रहा है। शुक्रवार को महाकाल प्रवचन हॉल में पुजारी, पुरोहित तथा मंदिर के अधिकारियों की बैठक हुई।इसमें अनुष्ठान के लिए सर्वसम्मति से 22 जून की तारीख तय की गई। इस दिन भस्मारती के बाद भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन के बाद फलों के रस के साथ सहस्त्र जलधारा से अभिषेक किया जाएगा। इससे पूर्व श्रृंगी ऋ षि की मूर्ति स्थापित की जाएगी।मिट्टी की मूर्ति का अभिषेक पूजन होगा। जबकि धातु की मूर्ति को जलाधारी में स्थापित कर भगवान महाकाल के साथ जलाभिषेक किया जाएगा।
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