सिंहस्थ - 9 विभाग ने खर्च किये 796 करोड़ रुपये

उज्जैन|उज्जैन में इस वर्ष अप्रैल-मई में होने वाले सिंहस्थ के लिये विकास के कार्य तेजी से किये जा रहे हैं। राज्य सरकार के 9 विभाग ने वर्ष 2015 में दिसम्बर अंत तक 796 करोड़ 27 लाख की राशि खर्च की है। जिन विभागों ने यह राशि खर्च की है, उनमें लोक निर्माण विभाग, लोक निर्माण (विद्युत यांत्रिकी), लोक निर्माण सेतु, ऊर्जा विभाग, उज्जैन विकास प्राधिकरण, जल-संसाधन विभाग, उज्जैन नगर पालिक निगम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी तथा पर्यटन विभाग शामिल हैं। सिंहस्थ-2016 के निर्माण कार्यों में लोक निर्माण विभाग (भवन तथा पथ) द्वारा 54 कार्य पूरे करवाये गये हैं। लोक निर्माण विभाग (विद्युत यांत्रिकी) के 7 निर्माण कार्य पूरे हुए हैं।सिंहस्थ में उच्च क्षमता के जनरेटरों की व्यवस्था होगी-सिंहस्थ मेला क्षेत्र में विद्युत वितरण कम्पनी बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर 50 स्थान पर उच्च क्षमता के जनरेटर की व्यवस्था करेगा। इन स्थानों का चयन कर लिया गया है। जनरेटर स्थापित होने वाले स्थानों पर सुरक्षा की व्यवस्था की जा रही है।सीएसआर गतिविधियों के लिये आवेदन प्राप्त--सिंहस्थ के दौरान अप्रैल-मई, 2016 में करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु उज्जैन पहुँचेंगे। सफल सिंहस्थ के लिये कई सामाजिक संस्था आगे आयी हैं। यह संस्थाएँ सिंहस्थ मेला अवधि में सीएसआर (कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी) गतिविधियाँ संचालित करेंगी। सामाजिक गतिविधियों के लिये 40 से अधिक संस्था ने आवेदन दिये हैं। यह संस्थाएँ वृद्ध एवं नि:शक्त श्रद्धालुओं को नि:शुल्क आवागमन सुविधा उपलब्ध करवायेंगी। कुछ संस्थाएँ स्वच्छता अभियान से भी जुड़ेंगी। कुछ संस्थाओं ने चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा देने की इच्छा जताई है। दैनिक भास्कर द्वारा 150 चेंजिंग-रूम, 2 लाख स्क्वायर फीट पर वॉल पेंटिंग, दुकानदारों के लिये 5 लाख थैले उपलब्ध करवाये जाने का प्रस्ताव मेला कार्यालय को दिया है। एक स्वयंसेवी संस्था ने शासकीय सेवकों एवं स्वयं-सेवकों के लिये 20 हजार शर्ट तथा टी-शर्ट उपलब्ध करवाने के लिये आवेदन दिया है। आइमा वॉटर साल्यूशन ने बिना लाभ के मेला क्षेत्र में न्यूनतम दर से जल-शोधन संयंत्र और बाटलिंग प्लांट लगाने के लिये आवेदन दिया है।

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