कॉरपोरेट जगत का एक लाख करोड़ बैंकों ने माफ किया

किसानों के माफ किए लोन से भी है अधिकनई दिल्ली|रिजर्व बैंक की तरफ से कारोबार जगत के एनपीए को लेकर ऐसे आंकड़े जारी किए गए हैं, जो किसी को भी चौंकाने के लिए काफी हैं। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर केसी चक्रबर्ती ने बैंकों की होने वाली सालाना कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले 13 सालों में बैंकों ने कॉरपोरेट को दियाकरीब एक  लाख करोड़ रुपए का लोन माफ किया है।यहां पर यह आंकड़ा और भी चौंकाना वाला इसलिए है, क्योंकि 2008 में तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम किसानों का जितना लोन माफ किया था, कॉरपोरेट का ये लोन उससे कहीं ज्यादा है।2008 में सरकार की तरफ से किसानों का करीब 60 हजार करोड़ रुपए का लोन (एनपीए) माफ किया गया था। वहीं दूसरी ओर, पिछले 13 सालों में बैंकों की तरफ से कॉरपोरेट का 1 लाख करोड़ रुपए का लोन (एनपीए) माफ कर दिया गया है।आपको बता दें कि यहां एनपीए से तात्पर्य उन लोन या कर्जों से है, जो कर्ज लेने वाला व्यक्ति चुका नहीं पाता है। इस तरह के कर्जों को एनपीए या बैड लोन कहा जाता है।

No comments:

Post a Comment