काला धन -वारह सो भारतीयों के पच्चीस हजार करोड़ से ज्यादा

 नई दिल्ली। स्विस बैंक के भारतीय काले कुबेरों की नई सूची उजागर होने से सोमवार को बवाल मच गया। व्हिसलब्लोअर-'आईसीआईजे' की ताजा सूची में 1195 नाम हैं। इसके पूर्व फ्रांस की सरकार से 2011 में मिली सूची में 628 नाम थे। नई सूची से सरकार भी फौरन हरकत में आई। वित्त मंत्री अरण जेटली ने कहा कि वह सभी नए मामलों की भी जांच कराएंगे। 600 से अधिक मामलों की जानकारी विदेशी एजेंसियों से मांगी गई है। सिर्फ नाम आने से कोई फायदा नहीं होगा। उसकी सबूतों के साथ पुष्टि होना जरूरी है।उन्होंने कहा कि इसके बाद सूची उजागर करने वाले व्हिसलब्लोअर से आयकर अफसरों ने संपर्क साधा और जानकारी जुटाने में मदद मांगी। इधर, कालेधन की जांच कर रहे विशेषष जांच दल ने भी अपनी जांच का दायरा बढ़ाने का फैसला किया है। एचएसबीसी की नई सूची में एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित हुई है।100 नए नाम संभव-एसआईटी ने भी सोमवार को नई सूची पर चर्चा की और महसूस किया कि 100 नए नाम हो सकते हैं। एसआईटी के अध्यक्ष जस्टिस एमबी शाह व उपाध्यक्ष जस्टिस अरिजीत पसायत ने कहा कि हम उन सभी नए मामलों पर विचार करेंगे। हम सभी मामलों की जांच 31 मार्च तक कर लेंगे।पूरी सूची में 1668 भारतीयों के नाम-इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) ने संयुक्त रूप से जांच कर पूरी दुनिया के 1 लाख से ज्यादा काले कुबेरों की जानकारी जुटाई है। इस सूची में भारत के 1 हजार से ज्यादा नाम हैं। 
-पूरी सूची में 1668 भारतीयों के नाम
-इनमें से 1195 मामले कार्रवाई योग्य 
-इन खातों में सामूहिक रूप से 2007 तक 25,420 करोड़ रुपये (4.1 अरब डॉलर) जमा थे।
सूची में बडे़ नाम और उनका कालाधन
-मनु छाबड़िया परिवार : 874 करोड़ रुपये
-महेश टीकमदास थहरानी- 251.7 करोड़ रुपये
-श्रवण गुप्ता- 209.56 करोड़ रुपये
-भद्रश्याम हर्षद कोठारी/ परिवार- 195.6 करोड़ रुपये
-संदीप टंडन- 166.1 करोड़ रुपये
-मुकेश अंबानी -164.92 करोड़ रुपये
-अनिल अंबानी- 164.92 करोड़ रुपये
-नरेश गोयल-116 करोड़ रुपये
-बर्मन परिवार-77.5 करोड़ रुपये
-अनुराग डालमिया 59.5 करोड़ रुपये
-अनु टंडन- 35.8 करोड़ रुपये
-सुरेश नंदा-14.2 करोड़ रुपये
-स्मिता ठाकरे- 64 लाख रुपये
अंबानी, गोयल, राणे ने किया इनकार-नई सूची में देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों मुकेश और अनिल अंबानी, एनआरआई कारोबारी नरेश गोयल और नेता नारायण राणे की भी नाम बताए गए हैं। इन सभी ने विदेशों में अवैध बैंक खाते होने से इनकार किया है।
-कहीं भी अवैध खाता नहीं
न तो रिलायंस इंडस्ट्रीज न ही मुकेश अंबानी का दुनिया में कहीं भी अवैध खाता है। 
-प्रवक्ता, रियायंस इंडस्ट्री
मिस्टर अंबानी का विदेश में एचएसबीसी खाता नहीं है। 
-प्रवक्ता, अनिल अंबानी
कोई कालाधन नहीं है। छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं नियमों का पालन कर रहा हूं।
-नरेश गोयल, जेट एयरवेज के प्रमुख
पहले भी मेरा नाम आया था। इसमें कोई सचाई नहीं है। न तो मेरा न मेरी पत्नी का, न किसी परिजन का विदेशी बैंक में खाता है।
-नारायण राणे, पूर्व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र
जो नए नाम सामने आए हैं, वे 2007 और उससे पहले के चोरी गए डेटा पर आधारित हैं। 
-प्रवक्ता, स्विट्जरलैंड सरकार

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