भयानक था पटेल के साथ अमेरिकी पुलिस का बर्ताव

 वाशिंगटन । प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों ने अलबामा में भारतीय पर पुलिस के बर्बर हमले की निंदा करते हुए घटना को भयावह एवं दुखद करार दिया है। सांसदों ने कहा कि देश में दक्षिण एशियाई लोगों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं चिंता का विषय हैं।गौरतलब है कि अलबामा में मेडिसन पुलिस के बल प्रयोग के कारण सुरेशभाई पटेल आंशिक रूप से लकवे का शिकार हो गए हैं। फिलहाल उनका अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। घटना 6 फरवरी को उस समय हुई थी, जब 57 वषर्षीय पटेल टहल रहे थे। सांसद एमी बेरा ने कहा,'परिवार से मिलने आए भारतीय बुजुर्ग के साथ हुई घटना भयावह एवं दुखद है।'हालांकि इस मामले में त्वरित कार्रवाई और एफबीआई द्वारा जांच शुरू करने पर बेरा ने खुशी भी जताई। महिला सांसद ग्रेस मेंग का कहना था कि घटना बहुत तकलीफदेह है। उनके अनुसार दक्षिण एशियाई लोगों के साथ होने वाली इस प्रकार की घटनाएं चिंता का विषषय हैं। उन्होंने सुरेशभाई पटेल के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना के साथ ही कहा कि वह इस मामले में उठाए जाने वाले कदमों पर नजर रखेंगी। ग्रेस ने कहा कि यह सभी अमेरिकियों की जिम्मेदारी है कि वे कट्टरवाद के खिलाफ आवाज उठाएं और उसकी निंदा करें।हमें इस प्रकार की हिंसा के पूरी तरह खत्म होने तक असहिष्णुता के खिलाफ लड़ाई जारी रखनी होगी। ओबामा को लिखा पत्र राजनीतिक जागरूकता के लिए भारतीय--अमेरिकियों के फोरम के अध्यक्ष संपत शिवांगी ने राष्ट्रपति बराक ओबामा खुला पत्र लिखकर पटेल के लिए न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा, 'सुरेशभाई के साथ किया गया बर्ताव अमानवीय एवं दुखद है।'समर्थन में आगे आए लोग न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने पटेल के परिवार को न्याय दिलाने के लिए अपनी सेवाएं देने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है जो घटनास्थल पर मौजूद थे लेकिन उन्होंने पटेल के साथ हुए बल प्रयोग और अन्याय को रोकने के लिए कुछ नहीं किया।

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