बेंगलुरु- धर्मांतरण के खिलाफ भाजपा

 बेंगलुरु। भाजपा को धर्मांतरण और घर वापसी के खिलाफ बताते हुए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने इस पर कानूनी रोक लगाने के लिए तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों से समर्थन की अपील की है। शाह ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि भाजपा जबरन धर्मांतरण या घर वापसी का विरोध करती है। न तो हमारी पार्टी और न ही राजग सरकार घर वापसी कार्यक्रम में किसी तरह से शामिल है।उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कानून बनाने के लिए हम तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों से समर्थन मांगते हैं। हालांकि, यह खेद का विषय है कि खुद को धर्मनिरपेक्ष बताने वाली कोई भी पार्टी धर्मांतरण विरोधी कानून के समर्थन में आगे नहीं आ रही है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि धर्मांतरण करने वाला ईसाई, मुसलमान या हिंदू ही क्यों न हो, इसपर कानूनी रोक के लिए सभी दलों को आगे आना चाहिए।वैद्य बोले, घर वापसी गैरकानूनी नहीं-राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा है कि घर वापसी कार्यक्रम गैरकानूनी नहीं है। संविधान में सबको अपना मजहब चुनने की आजादी है। वैद्य ने कार्यकर्ता शिविर में दो टूक कहा कि संघ धर्मांतरण को नहीं मानता है, लेकिन घर वापसी लोगों के लिए पुन: अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का कार्यक्रम है।धर्म चुनने की आजादी सबको-पणजी। जबरन धर्मांतरण के खिलाफ कानून का समर्थन करते हुए महाराष्ट्र के बिशप फादर ऑलविन बरेटो ने कहा है कि स्वेच्छा से धर्म बदलने पर किसी तरह की रोक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर आदमी को अपनी इच्छा के अनुसार धर्म चुनने की आजादी है। इसलिए यदि धर्म बदलने पर रोक लगाई जाती है, तो यह किसी की आजादी का उल्लंघन होगा। कल हो सकता है कि मैं हिंदू हो जाऊं, तो धर्म बदलने का अधिकार मेरे पास होना ही चाहिए।

No comments:

Post a Comment