लंदन। कम उम्र में दूसरी भाषा सीखने से दिमाग तेज होता है। यह निष्कर्ष यूनिवर्सिटी ऑफ केंट के स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के शोधकर्ताओं ने निकाला है। अपने शोध में उन्होंने ऐसे 30 साल के 20 लोगों के ब्रेन स्कैन का विश्लेषण किया जो कम से कम 13 महीने तक ब्रिटेन में रहे थे। इन लोगों ने करीब दस साल की उम्र में दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी को सीखना शुरू किया था।उन्होंने इस विश्लेषण की तुलना सिर्फ अंग्रेजी बोलने वाले 25 लोगों के साथ की। इसके पता चला कि केवल अंग्रेजी के साथ बढ़ने वालों की तुलना में दस साल की उम्र में अंग्रेजी सीखना शुरू करने वालों के दिमाग में तेज सुधार हुआ। इस शोध का प्रकाशन द नेशनल एकेडमी ऑफ साइसेंज जर्नल में किया गया है।कम उम्र में दूसरी भाषा सीखने से दिमाग तेज होता है। यह निष्कर्ष यूनिवर्सिटी ऑफ केंट के स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के शोधकर्ताओं ने निकाला है। अपने शोध में उन्होंने ऐसे 30 साल के 20 लोगों के ब्रेन स्कैन का विश्लेषण किया जो कम से कम 13 महीने तक ब्रिटेन में रहे थे। इन लोगों ने करीब दस साल की उम्र में दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी को सीखना शुरू किया था। उन्होंने इस विश्लेषण की तुलना सिर्फ अंग्रेजी बोलने वाले 25 लोगों के साथ की। इससे पता चला कि केवल अंग्रेजी के साथ बढ़ने वालों की तुलना में दस साल की उम्र में अंग्रेजी सीखना शुरू करने वालों के दिमाग में तेज सुधार हुआ। इस शोध का प्रकाशन द नेशनल एकेडमी ऑफ साइसेंज जर्नल में किया गया है।तेज दिमाग के लिए सीखें दूसरी भाषा
लंदन। कम उम्र में दूसरी भाषा सीखने से दिमाग तेज होता है। यह निष्कर्ष यूनिवर्सिटी ऑफ केंट के स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के शोधकर्ताओं ने निकाला है। अपने शोध में उन्होंने ऐसे 30 साल के 20 लोगों के ब्रेन स्कैन का विश्लेषण किया जो कम से कम 13 महीने तक ब्रिटेन में रहे थे। इन लोगों ने करीब दस साल की उम्र में दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी को सीखना शुरू किया था।उन्होंने इस विश्लेषण की तुलना सिर्फ अंग्रेजी बोलने वाले 25 लोगों के साथ की। इसके पता चला कि केवल अंग्रेजी के साथ बढ़ने वालों की तुलना में दस साल की उम्र में अंग्रेजी सीखना शुरू करने वालों के दिमाग में तेज सुधार हुआ। इस शोध का प्रकाशन द नेशनल एकेडमी ऑफ साइसेंज जर्नल में किया गया है।कम उम्र में दूसरी भाषा सीखने से दिमाग तेज होता है। यह निष्कर्ष यूनिवर्सिटी ऑफ केंट के स्कूल ऑफ साइकोलॉजी के शोधकर्ताओं ने निकाला है। अपने शोध में उन्होंने ऐसे 30 साल के 20 लोगों के ब्रेन स्कैन का विश्लेषण किया जो कम से कम 13 महीने तक ब्रिटेन में रहे थे। इन लोगों ने करीब दस साल की उम्र में दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी को सीखना शुरू किया था। उन्होंने इस विश्लेषण की तुलना सिर्फ अंग्रेजी बोलने वाले 25 लोगों के साथ की। इससे पता चला कि केवल अंग्रेजी के साथ बढ़ने वालों की तुलना में दस साल की उम्र में अंग्रेजी सीखना शुरू करने वालों के दिमाग में तेज सुधार हुआ। इस शोध का प्रकाशन द नेशनल एकेडमी ऑफ साइसेंज जर्नल में किया गया है।
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