भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि आबकारी नीति में शराब को सस्ता करने की कवायद प्रदेश में नशाखोरी को बढ़ावा देने जैसी है। इससे लगता है कि शायद सरकार चाहती है लोग खूब पिएं। सिंह ने व्यापमं मामले पर निगरानी के लिए गठित एसआईटी से मुलाकात के बाद जिस टोल फ्री नंबर को जारी करने का एलान किया था, उससे पीछे हट गए हैं। इसकी जगह उन्होंने 09910230011 मोबाइल नंबर जारी किया है।राघौगढ़ से भोपाल होते हुए दिल्ली जाने से पूर्व मीडिया से चर्चा में सिंह ने कहा कि टोलफ्री नंबर पर लोग भरोसा नहीं करते हैं। इसकी जगह मोबाइल नंबर जारी कर रहे हैं। इस पर कोई भी व्यापमं, पीएससी और माइनिंग से जु़डे घोटाले की जानकारी दे सकता है। सिंह ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अव्वल तो फोन नहीं लगता, यदि खुशकिस्मती से लग गया तो शिकायत का निराकरण नहीं होता। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और छिंदवा़़डा नगरीय निकाय चुनाव में प्रचार के लिए उन्हें बुलाया जाता है तो वे जरूर आएंगे।कुछ नहीं होगा योजना आयोग का नाम बदलने सेकेंद्रीय योजना आयोग को नाम बदलकर नीति आयोग किए जाने पर उन्होंने सिंह ने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता है। ये क्या काम करेगा, ये भी स्पष्ट होना चाहिए।खाद नीति में बदलाव करे सरकार-दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा कि खाद वितरण नीति में राज्य सरकार को बदलाव करना चाहिए। जब से खाद विक्रय का काम निजी हाथों में सौंपा गया है तब से किसानों को तकलीफ बढ़ गई है। 1994 से 2004 तक सहकारी क्षेत्र में ही खाद बिकता था तब न कालाबाजारी की शिकायत थी और न ही खाद न मिलने की। लिहाजा, पुरानी नीति को ही लागू करने पर विचार किया जाए।शराब सस्ती करके नशाखोरी को बढ़ावा दे रही सरकार: दिग्विजय
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि आबकारी नीति में शराब को सस्ता करने की कवायद प्रदेश में नशाखोरी को बढ़ावा देने जैसी है। इससे लगता है कि शायद सरकार चाहती है लोग खूब पिएं। सिंह ने व्यापमं मामले पर निगरानी के लिए गठित एसआईटी से मुलाकात के बाद जिस टोल फ्री नंबर को जारी करने का एलान किया था, उससे पीछे हट गए हैं। इसकी जगह उन्होंने 09910230011 मोबाइल नंबर जारी किया है।राघौगढ़ से भोपाल होते हुए दिल्ली जाने से पूर्व मीडिया से चर्चा में सिंह ने कहा कि टोलफ्री नंबर पर लोग भरोसा नहीं करते हैं। इसकी जगह मोबाइल नंबर जारी कर रहे हैं। इस पर कोई भी व्यापमं, पीएससी और माइनिंग से जु़डे घोटाले की जानकारी दे सकता है। सिंह ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अव्वल तो फोन नहीं लगता, यदि खुशकिस्मती से लग गया तो शिकायत का निराकरण नहीं होता। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और छिंदवा़़डा नगरीय निकाय चुनाव में प्रचार के लिए उन्हें बुलाया जाता है तो वे जरूर आएंगे।कुछ नहीं होगा योजना आयोग का नाम बदलने सेकेंद्रीय योजना आयोग को नाम बदलकर नीति आयोग किए जाने पर उन्होंने सिंह ने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता है। ये क्या काम करेगा, ये भी स्पष्ट होना चाहिए।खाद नीति में बदलाव करे सरकार-दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा कि खाद वितरण नीति में राज्य सरकार को बदलाव करना चाहिए। जब से खाद विक्रय का काम निजी हाथों में सौंपा गया है तब से किसानों को तकलीफ बढ़ गई है। 1994 से 2004 तक सहकारी क्षेत्र में ही खाद बिकता था तब न कालाबाजारी की शिकायत थी और न ही खाद न मिलने की। लिहाजा, पुरानी नीति को ही लागू करने पर विचार किया जाए।
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प्रदेश
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Bhopal, Madhya Pradesh, India
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