ऐसे समारोह में कभी शामिल नहीं हुए ओबामा

 वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पहली बार गणतंत्र दिवस जैसे बड़े समारोह में शामिल होने नई दिल्ली आ रहे हैं। यह कहना है उनके राष्ट्रीय उप सुरक्षा सलाहकार बेन रोड्स का। यह पहला मौका होगा जब अमेरिकी राष्ट्रपति किसी देश के राष्ट्रीय दिवस पर आयोजित समारोह का हिस्सा बनेंगे।गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि के तौर पर ओबामा 25 जनवरी को नई दिल्ली पहुंचेंगे। उनके दौरे से पहले राष्ट्रपति के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी बेन रोड्स ने कहा, यह अनूठा समारोह है। भारत-अमेरिका के संबंधों के इतिहास और भारत में गणतंत्र दिवस के महत्व को देखते हुए इसकी प्रतीकात्मक तौर पर अहमियत बहुत ही ज्यादा है। यही वजह है कि इस मौके पर भारत आने के निमंत्रण को स्वीकार कर राष्ट्रपति बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि घरेलू स्तर पर भी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के वक्त आयोजित समारोह की तुलना ही गणतंत्र दिवस से की जा सकती है।रोड्स ने कहा, 'मैं नहीं समझता कि बतौर राष्ट्रपति ओबामा ने राष्ट्रीय दिवस पर आयोजित किसी समारोह में हिस्सा लिया है। इसको लेकर मैं आश्वस्त हूं। हर विदेश दौरों में मैं उनके साथ रहा हूं और मुझे ऐसा कोई समारोह याद नहीं।' सुरक्षा व्यवस्था के सवाल पर उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में सुरक्षा के इंतजाम उसी तर्ज पर किए गए हैं, जैसा वाशिंगटन में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में होता है।बेन रोड्स ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के साथ उनकी पत्‌नी मिशेल ओबामा तो होंगी लेकिन उनकी दोनों बेटियां साशा और मालिया भारत नहीं आ रहीं हैं। वे स्कूल में छुट्टियां होने पर ही अपने माता-पिता के साथ विदेश दौरों पर जाती हैं। फिलहाल उनकी प्राथमिकता स्कूल है। हालांकि, ओबामा के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी और प्रतिनिधि नई दिल्ली आएंगे।इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसान राइस, भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद एमी बेरा, प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेट पार्टी की नेता नैंसी पेलोसी, डेमोक्रेट सीनेटर मार्क वार्नर, वाणिज्य मंत्री प्रिट्जकर, व्यापार प्रतिनिधि माइक फ्रॉमैन और जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रपति ओबामा के सलाहकार जॉन पॉडेस्टा मुख्य तौर पर शामिल हैं।

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