वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय दबावों के बावजूद पाकिस्तान परमाणु हथियार बनाने के कार्यक्रम से पीछे नहीं हटा है। ताजा मामले में इस्लामाबाद से तकरीबन 200 किलोमीटर दक्षिण में स्थित खुशाब परमाणु संयंत्र के चौथे रिएक्टर ने काम करना शुरू कर दिया है। हैवी वाटर (भारी जल) से चलने वाला यह रिएक्टर भी प्लूटोनियम आधारित परमाणु हथियार बनाने में सक्षम है।अमेरिका के सुरक्षा मामलों से जुड़े थिंक टैंक ने उपग्रह से प्राप्त चित्रों के आधार पर इसका खुलासा किया है। यह रिएक्टर परमाणु हथियार बनाने में सक्षम प्लूटोनियम उत्पादन को बढ़ावा देने की योजना का ही एक हिस्सा है। इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी (आइएसआइएस) से जुड़े डेविड अलब्राइट और सेरेना केलहर ने बताया कि 15 जनवरी, 2015 में प्राप्त चित्रों से यह स्पष्ट होता है कि खुशाब परमाणु संयंत्र की चौथी इकाई का बाहरी निर्माण पूरा होने के बाद रिएक्टर काम करना शुरू कर चुका है। इसके कूलिंग सिस्टम से भाप निकलते हुए भी देखी गई है।आइएसआइएस की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान अन्य देशों की तुलना में ज्यादा तेजी से परमाणु हथियार बना रहा है। उसके पास भारत से ज्यादा परमाणु आयुध हैं। खुशाब संयंत्र में मुख्य तौर पर हथियार बनाने में सक्षम प्लूटोनियम का ही उत्पादन किया जाता है। अमेरिकी सुरक्षा विश्लेषकों का कहना है कि खुशाब परमाणु संयंत्र में हैवी वाटर उत्पादन संयंत्र और 50 मेगावाट बिजली उत्पादन करने में सक्षम रिएक्टर का निर्माण किया गया था। दोनों इकाइयां वर्ष 1990 में ही शुरू हो गई थीं।इस बीच, पाकिस्तान ने वर्ष 2000-02 के बीच दूसरा हैवी वाटर रिएक्टर बनाना शुरू किया। इसी तरह तीसरे रिएक्टर का निर्माण 2006 और चौथे का निर्माण वर्ष 2011 में शुरू किया गया। बाद के तीनों रिएक्टर पहले की तुलना में ज्यादा ऊर्जा का उत्पादन करने में सक्षम हैं। लिहाजा, इन रिएक्टरों से हर साल दोगुने से भी ज्यादा परमाणु हथियार बनाने वाला प्लूटोनियम पैदा किया जा सकता है। भविष्य में इसकी क्षमताएं बढ़ाई भी जा सकती हैं।पाकिस्तान बनाएगा परमाणु हथियार
वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय दबावों के बावजूद पाकिस्तान परमाणु हथियार बनाने के कार्यक्रम से पीछे नहीं हटा है। ताजा मामले में इस्लामाबाद से तकरीबन 200 किलोमीटर दक्षिण में स्थित खुशाब परमाणु संयंत्र के चौथे रिएक्टर ने काम करना शुरू कर दिया है। हैवी वाटर (भारी जल) से चलने वाला यह रिएक्टर भी प्लूटोनियम आधारित परमाणु हथियार बनाने में सक्षम है।अमेरिका के सुरक्षा मामलों से जुड़े थिंक टैंक ने उपग्रह से प्राप्त चित्रों के आधार पर इसका खुलासा किया है। यह रिएक्टर परमाणु हथियार बनाने में सक्षम प्लूटोनियम उत्पादन को बढ़ावा देने की योजना का ही एक हिस्सा है। इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी (आइएसआइएस) से जुड़े डेविड अलब्राइट और सेरेना केलहर ने बताया कि 15 जनवरी, 2015 में प्राप्त चित्रों से यह स्पष्ट होता है कि खुशाब परमाणु संयंत्र की चौथी इकाई का बाहरी निर्माण पूरा होने के बाद रिएक्टर काम करना शुरू कर चुका है। इसके कूलिंग सिस्टम से भाप निकलते हुए भी देखी गई है।आइएसआइएस की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान अन्य देशों की तुलना में ज्यादा तेजी से परमाणु हथियार बना रहा है। उसके पास भारत से ज्यादा परमाणु आयुध हैं। खुशाब संयंत्र में मुख्य तौर पर हथियार बनाने में सक्षम प्लूटोनियम का ही उत्पादन किया जाता है। अमेरिकी सुरक्षा विश्लेषकों का कहना है कि खुशाब परमाणु संयंत्र में हैवी वाटर उत्पादन संयंत्र और 50 मेगावाट बिजली उत्पादन करने में सक्षम रिएक्टर का निर्माण किया गया था। दोनों इकाइयां वर्ष 1990 में ही शुरू हो गई थीं।इस बीच, पाकिस्तान ने वर्ष 2000-02 के बीच दूसरा हैवी वाटर रिएक्टर बनाना शुरू किया। इसी तरह तीसरे रिएक्टर का निर्माण 2006 और चौथे का निर्माण वर्ष 2011 में शुरू किया गया। बाद के तीनों रिएक्टर पहले की तुलना में ज्यादा ऊर्जा का उत्पादन करने में सक्षम हैं। लिहाजा, इन रिएक्टरों से हर साल दोगुने से भी ज्यादा परमाणु हथियार बनाने वाला प्लूटोनियम पैदा किया जा सकता है। भविष्य में इसकी क्षमताएं बढ़ाई भी जा सकती हैं।
Labels:
दुनिया
Location:
Washington, DC, USA
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment