कैलिफोर्निया| हेवेन गेट संप्रदाय, एक ऐसा संप्रदाय जिसके 39 सदस्यों ने 18 साल पहले एक साथ आत्महत्या कर ली थी इस विश्वास से कि उनकी आत्माओं को लेने एलियन यानी दूसरे ग्रह के प्राणी आएंगे। उनका मानना था कि ये एलियन उनकी आत्माओं को जीवन के दूसरे अयाम पर ले जाएंगे। इस भयावह घटना के 18 साल बाद भी यह संप्रदाय जिंदा है और उनके नए सदस्यों को यह दृढ़ विश्वास है कि एक दिन उनकी भी आत्मा को लेने एलियन आयेंगे और उनके बाद वे पृथ्वी को तहस-नहस कर देंगे।26 मार्च, 1997 को अमेरिका सहित पूरे विश्व में तब हड़कंप मच गया था जब सेन डियागो, कैलिफोर्निया स्थित एक आश्रम में 39 शव पाए गए। इन सभी 39 लोगों ने एक साथ सुसाइड कर लिया था। सभी लोगों ने एक जैसे कपड़े (जो उनके पंथ का ड्रेस कोड था) पहन रखे थे। सभी शव बिस्तरों के ऊपर थे और सभी शवों के ऊपर बैंगनी रंग का कपडा ढका हुआ था।यह सामूहिक आत्महत्या एक सनकी धर्मगुरू की करतूत थी जिसने अपने अनुयायियों को सम्मोहित कर यह यकीन दिला दिया था कि पृथ्वी पर बहुत जल्द ही एलियंस का हमला होने वाला है और यदि वो स्वर्ग जाना चाहते हैं तो उन्हें इस हमले से पहले इस धरती को छोड़कर जाना होगा।इस धर्मगुरू का नाम था मार्शल हर्फ एपलव्हाइट। 12 मई 1931 को अमेरिका में जन्में एपलव्हाइट का झुकाव रहस्यवाद की तरफ था। उसने हेवन गेट अर्थात 'स्वर्ग का दरवाजा' नाम का एक पंथ बनाकर खुद को जीसस क्राइस्ट के अवतार के रूप में पेश किया। एपलव्हाइट का कहना था कि बहुत जल्द पृथ्वी एलियंस के हमले में तबाह होने वाली है पर उसके अनुयायी उसके साथ पृथ्वी के तबाह होने से पहले ही जीवन के दूसरे चरण की यात्रा को चल सकते हैं।गुरू के कहने पर सामूहिक आत्महत्या
कैलिफोर्निया| हेवेन गेट संप्रदाय, एक ऐसा संप्रदाय जिसके 39 सदस्यों ने 18 साल पहले एक साथ आत्महत्या कर ली थी इस विश्वास से कि उनकी आत्माओं को लेने एलियन यानी दूसरे ग्रह के प्राणी आएंगे। उनका मानना था कि ये एलियन उनकी आत्माओं को जीवन के दूसरे अयाम पर ले जाएंगे। इस भयावह घटना के 18 साल बाद भी यह संप्रदाय जिंदा है और उनके नए सदस्यों को यह दृढ़ विश्वास है कि एक दिन उनकी भी आत्मा को लेने एलियन आयेंगे और उनके बाद वे पृथ्वी को तहस-नहस कर देंगे।26 मार्च, 1997 को अमेरिका सहित पूरे विश्व में तब हड़कंप मच गया था जब सेन डियागो, कैलिफोर्निया स्थित एक आश्रम में 39 शव पाए गए। इन सभी 39 लोगों ने एक साथ सुसाइड कर लिया था। सभी लोगों ने एक जैसे कपड़े (जो उनके पंथ का ड्रेस कोड था) पहन रखे थे। सभी शव बिस्तरों के ऊपर थे और सभी शवों के ऊपर बैंगनी रंग का कपडा ढका हुआ था।यह सामूहिक आत्महत्या एक सनकी धर्मगुरू की करतूत थी जिसने अपने अनुयायियों को सम्मोहित कर यह यकीन दिला दिया था कि पृथ्वी पर बहुत जल्द ही एलियंस का हमला होने वाला है और यदि वो स्वर्ग जाना चाहते हैं तो उन्हें इस हमले से पहले इस धरती को छोड़कर जाना होगा।इस धर्मगुरू का नाम था मार्शल हर्फ एपलव्हाइट। 12 मई 1931 को अमेरिका में जन्में एपलव्हाइट का झुकाव रहस्यवाद की तरफ था। उसने हेवन गेट अर्थात 'स्वर्ग का दरवाजा' नाम का एक पंथ बनाकर खुद को जीसस क्राइस्ट के अवतार के रूप में पेश किया। एपलव्हाइट का कहना था कि बहुत जल्द पृथ्वी एलियंस के हमले में तबाह होने वाली है पर उसके अनुयायी उसके साथ पृथ्वी के तबाह होने से पहले ही जीवन के दूसरे चरण की यात्रा को चल सकते हैं।
Labels:
जरा हटके
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment