नर्मदा जलापूर्ति की योजना तैयार करे-डॉ.रवीन्द्र

 उज्जैन | शासन की नर्मदा-क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के तहत नर्मदा जल उपयोग की समीक्षा एक बैठक में आज संभागायुक्त डॉ.रवीन्द्र पस्तोर ने की। बैठक में नर्मदा के जल को क्षिप्रा में प्रवाहित करने, अबाधित रूप से नर्मदा जल की प्राप्ति तथा उज्जैन शहर के लिये नर्मदा जल के उपयोग के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। बताया गया कि देवास से उज्जैन रामघाट तक अधिकारियों का दल ट्रांजिट वॉक करके अबाधित नर्मदा जलापूर्ति की योजना तैयार करेगा। बैठक में कलेक्टर कवीन्द्र कियावत, देवास कलेक्टर आशुतोष अवस्थी, एनवीडीए के मुख्य अभियंता एम.एस.अजनारे, अधीक्षण यंत्री आर.एस.तोमर तथा उज्जैन के जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभागों के प्रमुख अधिकारी मौजूद थे। बैठक में आगामी सिंहस्थ के दृष्टिगत नर्मदा जल के व्यवस्थित उपयोग के सम्बन्ध में समीक्षा की गई। इसके साथ ही आगामी गर्मी के दृष्टिगत उज्जैन शहर को पर्याप्त नर्मदा जलापूर्ति के बारे में भी चर्चा की गई। संभागायुक्त ने निर्देश दिये कि नर्मदा का पानी क्षिप्रा में लाने के लिये अधिकारियों का दल देवास के क्षिप्रा बैराज से लेकर उज्जैन क्षिप्रा रामघाट तक ट्रांजिट वॉक करे। इस दौरान लगभग 50-60 किलो मीटर के रास्ते में जो भी संरचनाएं निर्मित की जाना है अथवा जीर्णोद्धार की जाना है या जो नये कार्य किये जाना है, उनका आंकलन करके प्राक्कलन चार दिवस में मेला कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे। इन प्राक्कलनों पर सिंहस्थ कमेटी द्वारा अनुमोदन दिया जाकर राज्य शासन को भेजा जायेगा। कार्य सिंहस्थ मद से स्वीकृत कराये जायेंगे। ट्रांजिट वॉक 30 दिसम्बर को प्रात: 9 बजे से की जायेगी। इसमें एनवीडीए से लेकर देवास एवं उज्जैन जिलों के जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक निर्माण विभाग, नगर निगमों के अधिकारी तथा जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सम्मिलित रहेंगे। अधिकारियों का दल रास्ते में किसानों से भी चर्चा कर उनके द्वारा उठाये गये मुद्दों को हल करेगा। बताया गया कि एनवीडीए द्वारा अभी 212 एमएलडी पानी प्रतिदिन छोड़ा जा रहा है, जो क्षिप्रा में आकर मिलेगा। रास्ते की समस्त बाधाओं को दूर करने के पश्चात् एनवीडीए अपनी पूर्ण क्षमता से निर्धारित मात्रा में पानी छोड़ेगा। बैठक में संभागायुक्त ने यह भी निर्देश दिये कि नर्मदा जल के सुव्यवस्थित उपयोग के लिये नर्मदा क्षिप्रा लिंक अथॉरिटी का गठन किया जाये, जो अधीक्षण यंत्री जल संसाधन उज्जैन के अधीन रहेगी। यह अथॉरिटी जलापूर्ति की मॉनीटरिंग कर आवश्यक मांग एनवीडीए को समय-समय पर देगी। कलेक्टर कियावत ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिये कि उनके द्वारा गऊघाट पर निर्मित किया जा रहा इंटेक वेल 31 मार्च तक पूर्ण कर लिया जाये। उक्त अवधि तक निर्माण पूर्ण नहीं होने की दशा में अस्थायी पम्पों से पानी प्रदाय करने की व्यवस्था की जाये। बैठक में एनवीडीए के अधिकारियों द्वारा नर्मदा-क्षिप्रा लिंक परियोजना की जानकारी पावर पाइन्ट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी गई।

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