मुंबई। इतना कैश कि आयकर दल की भी आंखें फटी की फटी रह गईं! मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टशन के पास सोमवार रात एक छापे में चार ट्रकों से करीब 2500 करोड कैश और जूलरी बरामद की गई। यह छापा नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और आयकर विभाग ने एक जॉइंट ऑपरेशन में रात करीब 9 बजे मारा। ट्रकों में लदे 1400 बोरों में यह कैश और जूलरी भरी हुई थी। अधिकारियों को शक है कि यह पूरा पैसा हवाला कारोबार से जुडा है। इस मामले में पूछताछ के लिए 47 अंगाडियों (कूरियर वालों) को हिरासत में लिया गया है। अंगाडिये पारंपरिक रूप से जूलरी एक जगह से दूसरी जगह ले जाने का काम करते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई के सेंट्रल रेलवे स्टेशन से पकडा गया यह कैश 150 थैलों में भरकर मुंबई के अंगाडियों के जरिए गुजरात मेल से अलग-अलग शहरों में भेजा जा रहा था। गुजरात मेल में ये बोरे लोड किए जाते, उससे पहले ही इन्हें जब्त कर लिया गया। सूत्रों के मुताबिक रेड के वक्त वीपी रोड पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिसवाले इस कैश की सुरक्षा में लगे मिले। पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर राजेंद्र चौहान से इस बारे में और ज्यादा जानकारी ली जा रही है। छापे की कार्रवाई के बाद रात करीब 1 बजे यह पूरा कैश सिंधिया हाउस में लाया गया। इन बोरों को जब खोला गया, तो अधिकारी भी दंग रह गए। बोरों में भारी मात्रा में कैश और जूलरी भरी हुई थी। जब्त कैश और जूलरी की कीमत करीब 2500 करोड रूपये आंकी जा रही है। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया, कैश करोडों में है। कैश की रातभर आयकर विभाग के हैड ऑफिस सिंधिया हाउस में रूपये की गिनती चली। सूत्रों के मुताबिक, कैश 200 करोड से अधिक है। कैश और जूलरी 150 बोरों में रखी गई थी। इन्हें गुजरात मेल में लोड किया जाना था। इसकी सूचना मिलने के बाद एनआईए और आयकर विभाग के 40 अधिकारियों ने छापे की यह कार्रवाई की। एनआईए अधिकारियों का कहना है कि हवाला के जरिए पैसा बाहर भेजने की बात नई नहीं है, लेकिन इतनी भारी मात्रा में कैश पहली बार पकडा गया है। अधिकारियों के मुताबिक शुरूआती जांच में यह पैसा किसी एक का नहीं लग रहा है। अंगाडियों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है। उधर, गिरफ्तार अंगाडी खुद को निर्दोष बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह पैसा किसने कूरियर किया, वह इसकी जानकारी देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कूरियर से क्या भेजा जा रहा था, उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। उनमें से एक अमर शर्मा ने कहा कि हमारा बिजनेस भरोसे पर चलता है। हम वजन के हिसाब से पैसा लेते हैं। हमारे बिजनेस की खास बात यह है कि हम भेजने वाले से पार्सल के बारे में पूछते नहीं हैं।आयकर दल के होश फाख्ता, चार ट्रकों से कैश-जूलरी जब्त
मुंबई। इतना कैश कि आयकर दल की भी आंखें फटी की फटी रह गईं! मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टशन के पास सोमवार रात एक छापे में चार ट्रकों से करीब 2500 करोड कैश और जूलरी बरामद की गई। यह छापा नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और आयकर विभाग ने एक जॉइंट ऑपरेशन में रात करीब 9 बजे मारा। ट्रकों में लदे 1400 बोरों में यह कैश और जूलरी भरी हुई थी। अधिकारियों को शक है कि यह पूरा पैसा हवाला कारोबार से जुडा है। इस मामले में पूछताछ के लिए 47 अंगाडियों (कूरियर वालों) को हिरासत में लिया गया है। अंगाडिये पारंपरिक रूप से जूलरी एक जगह से दूसरी जगह ले जाने का काम करते हैं। अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई के सेंट्रल रेलवे स्टेशन से पकडा गया यह कैश 150 थैलों में भरकर मुंबई के अंगाडियों के जरिए गुजरात मेल से अलग-अलग शहरों में भेजा जा रहा था। गुजरात मेल में ये बोरे लोड किए जाते, उससे पहले ही इन्हें जब्त कर लिया गया। सूत्रों के मुताबिक रेड के वक्त वीपी रोड पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिसवाले इस कैश की सुरक्षा में लगे मिले। पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर राजेंद्र चौहान से इस बारे में और ज्यादा जानकारी ली जा रही है। छापे की कार्रवाई के बाद रात करीब 1 बजे यह पूरा कैश सिंधिया हाउस में लाया गया। इन बोरों को जब खोला गया, तो अधिकारी भी दंग रह गए। बोरों में भारी मात्रा में कैश और जूलरी भरी हुई थी। जब्त कैश और जूलरी की कीमत करीब 2500 करोड रूपये आंकी जा रही है। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया, कैश करोडों में है। कैश की रातभर आयकर विभाग के हैड ऑफिस सिंधिया हाउस में रूपये की गिनती चली। सूत्रों के मुताबिक, कैश 200 करोड से अधिक है। कैश और जूलरी 150 बोरों में रखी गई थी। इन्हें गुजरात मेल में लोड किया जाना था। इसकी सूचना मिलने के बाद एनआईए और आयकर विभाग के 40 अधिकारियों ने छापे की यह कार्रवाई की। एनआईए अधिकारियों का कहना है कि हवाला के जरिए पैसा बाहर भेजने की बात नई नहीं है, लेकिन इतनी भारी मात्रा में कैश पहली बार पकडा गया है। अधिकारियों के मुताबिक शुरूआती जांच में यह पैसा किसी एक का नहीं लग रहा है। अंगाडियों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है। उधर, गिरफ्तार अंगाडी खुद को निर्दोष बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह पैसा किसने कूरियर किया, वह इसकी जानकारी देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कूरियर से क्या भेजा जा रहा था, उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। उनमें से एक अमर शर्मा ने कहा कि हमारा बिजनेस भरोसे पर चलता है। हम वजन के हिसाब से पैसा लेते हैं। हमारे बिजनेस की खास बात यह है कि हम भेजने वाले से पार्सल के बारे में पूछते नहीं हैं।
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