नई दिल्ली । नरेंद्र मोदी को चुनाव अभियान की कमान सौंपने के मामले में भाजपा में अलग-थलग पड़ गए लालकृष्ण आडवाणी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के पार्टी के पुराने एजेंडे का जमकर समर्थन किया है। यहां तक कि इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को करारा जबाव देते हुए आडवाणी ने उन्हें अपनी भाषा संयत रखने की सलाह दी है। पढ़ें: हिम्मत है तो भाजपा अनुच्छेद 370 हटा कर दिखाए. आडवाणी के अनुसार, उमर अब्दुल्ला को भाजपा की सोच का विरोध करने का अधिकार है, लेकिन उन्हें इसके लिए 'छल-कपट' और 'दगाबाजी' जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
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