दिल्ली | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मंगलवार को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे.मुखर्जी की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान भारत और मॉरीशस स्वास्थ्य एवं पर्यटन सहित सामाजिक क्षेत्रों में कई द्विपक्षीय समझौतों पर दस्तखत करेंगे. राष्ट्रपति मॉरीशस के लिए सोमवार को रवाना होंगे.दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से करीबी संबंध रहे हैं और भारत इस रिश्ते को ‘खास, अलग और असाधारण’ करार देता रहा है.विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) सुधीर व्यास ने बताया कि भारत मॉरीशस के साथ संबंधों को काफी अहमियत देता है क्योंकि भू-सामरिक स्थिति के अलावा इसकी 70 फीसदी आबादी भारतीय मूल की है और 38 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश :एफडीआई: इस देश से हासिल होता है.अपनी यात्रा के दौरान मुखर्जी राष्ट्रपति राजकेर प्रयाग, प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम, नेशनल असेम्बली के स्पीकर अब्दुल रज्जाक पीरू, मुख्य न्यायाधीश वाई के जे येउंग सिक यूएन और विपक्ष के नेता पॉल बेरेंगर से भी मिलेंगे.राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजामणि ने बताया कि राष्ट्रपति यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं और मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनाए जाने से काफी सम्मानित महसूस कर रहे हैं.मुखर्जी की मॉरीशस यात्रा राष्ट्रपति बनने के बाद उनका दूसरा विदेश दौरा होगा. पिछले दिनों ही वह बांग्लादेश के दौरे से लौटे हैं. |

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