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ढाका: कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के एक शीर्ष नेता को वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध के आरोपों में मौत की सजा सुनाए जाने के बाद देश में जगह-जगह भड़की हिंसा में तीन पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 35 लोग मारे गए हैं। बांग्लादेश के विशेष युद्ध अपराध न्यायालय ने जमात-ए-इस्लामी के उपाध्यक्ष दिलावर हुसैन सैयदी को सजा-ए-मौत सुनाई। उसके बाद देश में जगह-जगह हिंसा भड़क उठी। तीन न्यायाधीशों वाले अंतरराष्ट्रीय अपराध पंचाट के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एटीएम फैजल कबीर ने फैसला सुनाते हुए कहा, उसे (दिलवर हुसैन सैयदी) उसकी मौत तक फांसी से लटकाया जाए |
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