भ्रष्ट पियूष भार्गव को तत्काल सभी पदों से हटाये- कांग्रेस अध्यक्ष

उज्जैन(wni)नगर पालिक निगम में पदस्थ सेवानिवृत्त वर्तमान संविदा सहायक यंत्री पीयूष भार्गव को हटाये जाने की मांग को लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ. रवि राय ने संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा। मुकेश भाटी, रवि राय ने संभागायुक्त को बताया कि नगर निगम से सेवानिवृत्त होने के बाद तत्कालीन आयुक्त द्वारा भार्गव को केवल पर्यवेक्षण के अधिकार दिये थे। लेकिन पूर्व में किये गये भ्रष्टाचार में महारत को देखते हुए नगर निगम के भाजपा बोर्ड और अधिकारियों की शह पर अब वे पूरे सिंहस्थ कामों के कार्यपालन यंत्री हो गये। जिस अधिकारी पर महिला उत्पीड़न के आरोप हैं, हर सिंहस्थ में भ्रष्टाचार के आरोप लगे, ऐसे भ्रष्ट, महिला को प्रताड़ित करने वाले अधिकारी को तत्काल पद से हटाया जाए ताकि सिंहस्थ 2028 के कार्य गुणवत्ता पूर्वक, बिना राजस्व हानि के संपन्न हो सके। 
मुकेश भाटी एवं रवि राय ने संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए कहा सेवानिवृत्त होने के बाद नगर पालिक निगम उज्जैन में पीयूष भार्गव को संविदाकर्मी के रूप में नियुक्त किया गया हैं जो नगर पालिक निगम उज्जैन में सिंहस्थ मेला (वर्ष 2028) जैसे निर्माण कार्यों एवं कई महत्वपूर्ण विभागो का कार्य कर रहे हैं। पीयूष भार्गव पर नगर पालिक निगम पदस्थ महिला उपयंत्री द्वारा उत्पीडन (यौन शोषण) का आरोप भी हैं, जिसकी संबंधित थाना क्षेत्र, महिला आयोग को शिकायत दर्ज कराई गई थीं जिसकी जाँच वर्तमान में नगर पालिक निगम उज्जैन में प्रचलित हैं।
पीयूष भार्गव पर पूर्व में भी निर्माण कार्यों से संबंधित कई भ्रष्टाचार जैसे आरोपो की जाँच चल रहीं हैं सिंहस्थ 1992, 2004, 2016 स्मार्ट सिटी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों से लेकर जवाहरलाल नेहरू मिशन आदि में भ्रष्टाचार के आरोप हैं। अपर आयुक्त, स्थापना द्वारा इन्हे प्रोजेक्ट एवं सिंहस्थ प्रकोष्ठ से संबंधित कार्यो पर्यवेक्षण हेतु आदेश किया जब कि यह अवैधानिक रूप से कार्यपालन यंत्री सिंहस्थ प्रकोष्ठ के रूप में कार्य कर रहे हैं। मुकेश भाटी एवं रवि राय ने संभागायुक्त से अनुरोध किया कि नगर निगम की छवि को धूमिल करने वाले सिंहस्थ विभाग के पद पर बलात कब्जा कर बैठे हुए संविदाकर्मी एवं कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव को तत्काल सेवा मुक्त कर उन्हें तत्काल सभी पदों से हटाये।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम के प्रभारी कार्यपालन यंत्री (संविदा) पीयूष भार्गव के खिलाफ महिला सहकर्मी ने गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत में की थी कि भार्गव ने उन्हें कई  उत्पीडीत किया है महिला ने 17 मार्च 2025 को पुलिस को शिकायत की जिस पर 19 मार्च को प्रकरण एक दर्ज किया गया। पुलिस ने महिला की शिकायतों पर भार्गव के खिलाफ यौन उत्पीड़न जैसी धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। लेकिन नगर निगम की तीन सदस्यीय कमेटी ने  मैसेज को सिर्फ मानसिक प्रताड़ना माना। भार्गव इतना बड़ा कमाउपूत हो गया कि नगर निगम तो उसे बचा ही रही है पुलिस भी 6 माह से इस मामले में कौन सी जांच कर रही है, जो पूरी ही नहीं हो रही। जबकि महिला ने पुलिस को भार्गव की ऑडियो रिकॉर्डिंग और मैसेज चैट उपलब्ध करवाई थी। उसके बाद भी निगम और पुलिस  द्वारा कार्रवाई नहीं की गई।वेबन्यूज

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