उज्जैन (wni) शिप्रा नदी के किनारे 864 करोड़ रुपए की लागत से करीब 29 किलोमीटर लंबे रिवर फ्रंट कॉरिडोर जैसे घाट बनाए जाएंगे। इन घाटों के निर्माण का भूमि पूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। जहा भूमि पूजन समारोह अंगारेश्वर मंदिर के सामने आयोजित हुआ। इस मौके पर प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद अनिल फिरोजिया सहित अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरि महाराज संत गण मौजूद रहें। इस दौरान एक घाट देवी अहिल्या के नाम बनाने की घोषणा सीएम डॉ यादव ने की।
सी एम डॉ मोहन यादव ने आज दोपहर सबसे पहले भगवान् अंगारेश्वर का पूजन अभिषेक कर आशीर्वाद लिया तत्पश्चात मंदिर के नजदीक 29 किलोमीटर बनने वाले घाटों का भूमिपूजन किया आपको बता दे की शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर शनि मंदिर से नागदा बायपास तक घाट बनाए जाएंगे। इनमें सिद्धवट मंदिर, भर्तहरि गुफा, अंगारेश्वर मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, राम घाट, दत्त अखाड़ा, नृसिंह घाट, गुरुद्वारा घाट, भूखी माता घाट, गौ घाट, प्रशांति धाम घाट, त्रिवेणी संगम घाट, शनि मंदिर और कान्हा नदी के दोनों तट शामिल हैं। इन घाटों का निर्माण रेड स्टोन से होगा और हर 500 मीटर पर 15 मीटर चौड़ा प्रवेश मार्ग तैयार किया जाएगा। घाटों पर पूजा के लिए कोणीय चबूतरे, आकर्षक लाइटिंग, चेंजिंग रूम, पीने के पानी की सुविधा और दिव्यांगों के लिए रैम्प बनाए जाएंगे। हर घाट के प्रारंभ में 5 मीटर चौड़ा अपर लैंडिंग प्लेटफार्म होगा, इसके बाद करीब 3.5 मीटर चौड़ी सीढ़ियां और 6 मीटर चौड़ा लोअर लैंडिंग प्लेटफार्म बनेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने चर्चा करते हुए कहा की में क्षिप्रा के दोनों और घाटों का निर्माण होगा आज में उसका साक्षी बना हु में अपने आपको धन्य मानता हू प्रधान मंत्री मोदी जी ने कहा था इस कार्य को आप संतो के आशीर्वाद से करो बढ़ा ही अच्छा कार्य हे तो में स्वयं आया हूँ और हम अहिल्या देवी की जयंती के अवसर पर एक घाट देवी अहिल्या के नाम करने की घोषणा करते हे। धर्मेंद्र जायसवाल वेबन्यूज उज्जैन।
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