कलेक्टर ने DSP को बताया मानसिक रोगी,शस्त्र लायसेंस आवेदन निरस्त..

भोपाल। महिला अपराध को लेकर सरकार की तमाम कोशिशों की श्योपुर कलेक्टर पन्नालाल सोलंकी ने पोल खोल दी है। दरअसल, पुलिस की महिला अपराध शाखा में जो उप पुलिस अधीक्षक पदस्थ हैं, कलेक्टर ने उन्हें मानसिक रोगी बताया है। इसी आधार पर कलेक्टर ने डीएसपी का शस्त्र लाइसेंस का आवेदन निरस्त कर दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि मानसिक रोगी को सरकार ने महिला सुरक्षा की कमान कैसे सौंपी है।
डीएसपी महेन्द्र शर्मा श्योपुर में महिला शाखा में पदस्थ हैं। शर्मा के अनुसार उन्हें टीआई से डीएसपी के लिए विशेष कार्य करने पर पदोन्नति मिली थी। उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस के लिए श्योपुर कलेक्टर पन्नालाल सोलंकी के पास आवेदन किया था। जिसे कलेक्टर ने निरस्त कर दिया है। खास बात यह है कि आवेदन की सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी की गई थीं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय ने भी डीएसपी के आवेदन का परीक्षण कराकर शस्त्र लाइसेंस के लिए अनुशंसा की थी। कलेक्टर द्वारा खारिज किए जाने के खिलाफ अब डीएसपी हाईकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में कलेक्टर पन्नालाल सोलंकी ने बताया कि डीएसपी महेन्द्र शर्मा खुद पुलिस के अधिकारी हैं, उन्हें शस्त्र लाइसेंस की जरूरत नहीं है। वे शारीरिक रूप से भी इसके लिए फिट नहीं हैं।

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