क्या कहता है- घड़ी का समय 10:10...?

नई दिल्ली। क्या आपको पता है कि घड़ी के विज्ञापन में हरदम 10 बज कर 10 मिनट और 35 सेकेंड ही क्यों होते हैं? ये तो सोचा नहीं होगा क्योंकि हमारा काम है घड़ी पहनना, खरीद कर पहन लिया अब और क्या चाहिए। यह कोई संयोग नहीं है इसके पीछे भी बहुत ही रोचक वजह है। अगर साधारण तौर पर देखा जाए तो विज्ञापन में घड़ी की सुइयां जिस आकार में होती हैं वो हंसने की आकृति बनाती हैं जो एक बहुत ही सकारात्मक चिन्ह होता है। मतलब अगर एक सुई 10 पर और दूसरी 2 पर होगी तो दोनों सुइयों को मिलाकर जो आकार बनेगा वो कुछ हद तक स्माइली जैसा होगा। बहुत पहले विज्ञापनों में 8:10 का समय इस्तेमाल किया जाता था मगर उस समय से जो आकृति बनती थी उसका मनोवैज्ञानिक गलत असर पड़ता था। V का मतलब VICTORY - जीत-इसके कई कारणों में से एक कारण यह भी है कि यह समय एक ही बार में दिख जाता है ज़्यादा ध्यान से देखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इस समय की वजह से ब्रांड का नाम और घड़ी की अन्य विशेषतायें भी आसानी से दिख जाती है। मतलब जब एक सुई 10 पर और दूसरी 2 पर हो तो ब्रांड का नाम उन दोनों के बीच आसानी से दिखता है। साथ ही दूसरे फीचर्स भी नहीं छिपते हैं। एक बात यह है की इस समय के दौरान सेकेंड वाले कांटे को 35 सेकेंड पर रोक दिया जाता है। इसको इस तरह भी माना जाता है कि यह आकृति ‘V’ आकर बनाती है, V का मतलब VICTORY - जीत।

No comments:

Post a Comment