वाराणसी l नोटबंदी के बाद से आयकर विभाग की टीम देश में लगातार छापेमारी कर रही है। आयकर विभाग के छापेमारी में बड़ी मात्रा में कालाधन व टेक्स चारी पकड़ी जा रही है। इसी क्रम में आयकर विभाग की टीम ने बनारस में जर्दा कारोबारियों के घर छापेमारी की। इसमें पूर्वांचल के सबसे बड़े जर्दा कारोबारी रत्नेश जायसवाल, अंकुर और अंकुश जायसवाल के घरों और दफ्तरों पर आयकर विभाग ने छापा मारा, जिसमें करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का मामला उजागर हुआ है। छापेमारी के लिए डायरेक्टर जनरल सेंट्रल एक्साइज की लखनऊ जोनल यूनिट और आयकर विभाग की लखनऊ, इलाहाबाद और कानपुर की टीम पहुंची थी। इन टीमों में 50 से ज्यादा अधिकारी शामिल थे।टीम ने जर्दा कारोबारी के तीनों ठिकानों पर एक साथ पड़े छापेमारी की। इस दौरान आयकर विभाग के अधिकारी दस्तावेज खंगालने के साथ बहीखाता, कंम्प्यूटर की हार्ड डिस्क समेत कई दस्तावेज जब्त करके अपने साथ ले गए। जर्दा कारोबारी के यहां पड़े छापे में करोड़ों रुपए की कर चोरी पकड़ गई। टीम ने कई अहम दस्तावेज कब्जे में लेकर पड़ताल की है। छापेमारी टीम को देखकर कारोबारियों में हड़कंप मच गया। छापेमारी के समय किसी भी व्यक्ति को न तो अंदर आने दिया जा रहा था और न हो बाहर जाने की इजाजत थी। इसके अलावा अधिकारियों ने मोबाइल भी बंद करवा दिया गया था।छापेमारी में एक अधिकारी ने बताया कि जर्दा व्यापारी ने कुछ साल पहले ही लहरतारा में प्लांट लगाया था, जिसका उत्पाद शुल्क जमा नहीं किया गया था। छापेमारी के दौरान व्यापारी ने अपनी गलती स्वीकार की और करोड़ों रुपये का टैक्स और जुर्माना भरा। जांच में नोटबंदी के बाद से खातों में बड़े लेन-देन की भी जांच की गई।
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