भोपाल । मध्य प्रदेश के दो अलग-अलग जिलों में पदस्थ आईएएस दंपति एक साथ बीमार पड़ने की वजह से सुर्खियों में हैं. दोनों अपने-अपने जिले में कलेक्टर हैं और बीमार होने का हवाला देकर किसानों से ज्ञापन लेने के लिए नहीं पहुंचे.दरअसल, बड़वानी जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर शुक्रवार को किसान संघ के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया था. किसानों की समस्याओं को लेकर ऐसा ही विरोध प्रदर्शन खंडवा में भी हुआ.दोनों ही जगहों पर किसान चाहते थे कि कलेक्टर से मुलाकात कर वह अपनी समस्या उनके सामने रखें, लेकिन ऐसा हो नहीं हो सका.कलेक्टर की जगह बैलों को सौंपा ज्ञापन-बड़वानी जिले में भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसान अपनी मांगो को लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे.किसान सरकार की नीतियों को लेकर कलेक्टर तेजस्वी नायक को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपना चाहते थे.बताते हैं कि कलेक्टर की जगह तहसीलदार ज्ञापन लेने पहुंचे तो किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. किसानों के आक्रोश को देखकर एसडीएम आए और उन्होंने कलेक्टर नायक की तबीयत खराब होने का हवाला देकर उन्हें ही ज्ञापन देने के बात कहीं.वहीं, किसान संघ हर हाल में ही कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने की बात पर अड़ा हुआ था और कलेक्टर के नहीं आने पर किसानों ने बैलों को ही ज्ञापन सौंप दिया. किसानों के अनुसार, बैलों को वो भगवान बलराम का रूप मानते हैं. हालांकि, बाद में मीडिया से बातचीत में कलेक्टर ने कहा कि, उनकी तबीयत ठीक नहीं है. इस वजह से वह ज्ञापन लेने के लिए आए. वहीं, उन्होंने कहा कि जिले की किसानों की समस्या से वह पहले से अवगत हैं और उनकी समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाएगा.खंडवा में कलेक्टर पत्नी ने भी किसानों से नहीं लिया ज्ञापन-मध्य प्रदेश के खंडवा में किसान अपनी समस्याओं को लेकर महिला कलेक्टर को पास ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे. जब वे ज्ञापन लेने नहीं आईं तो खफा किसानों ने जमकर हंगामा किया.दरअसल, जिले के किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान संघ ने शुक्रवार को खंडवा में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. सैकड़ों की संख्या में किसान इस प्रदर्शन में शामिल हुए.किसान संघ ने अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टर स्वाति मीणा को ज्ञापन सौंपने का ऐलान किया था, लेकिन कलेक्टर के नहीं आने से किसान आक्रोशित हो गए.बताया जा रहा है कि कलेक्टर स्वाति मीणा ने तबीयत ठीक नहीं होने को वजह से जिला पंचायत सीईओ सुचिश्मिता सक्सेना को ज्ञापन लेने के लिए भेजा था.किसानों को कलेक्टर की यह बात रास नहीं आई. उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर पहले भी उनकी समस्याओं को नजरअंदाज कर चुकी हैं. उन्होंने सीईओ को ज्ञापन देने से इनकार कर दिया.
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