पंचक्रोशी यात्रा श्रद्धालुओं के लिए व्यापक इंतजाम किये

उज्जैन  | 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ के दौरान 118 किलोमीटर लम्बे पंचक्रोशी मार्ग पर श्रद्धालुओं के लिए व्यापक इंतजाम किये गये हैं। इन इंतजामों के कारण श्रद्धालुओं को रंचमात्र तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ेगा। पंचक्रोशी के 118 किलोमीटर मार्ग पर सभी सरकारी विभाग ने मिलकर काम किया है। गर्मी के मौसम में पंचक्रोशी यात्रा के लिए सबसे पहली आवश्यकता श्रद्धालुओं को शुद्ध और ठण्डा पानी उपलब्ध करवाने की है। इसके लिए यात्रा मार्ग पर प्रत्येक एक से डेढ़ किलोमीटर पर पीने के ठण्डे पानी की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान छाया मिल सके, इसके लिए जिला पंचायत उज्जैन ने एक लाख वर्गफीट में टेण्ट और बिछान की व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं के लिए यात्रा मार्ग पर सरकारी भवनों और ग्रामीणों के घरों में भी ठहरने के इंतजाम किये गये हैं। नगर निगम उज्जैन ने वस्त्र बदलने के लिए प्रति पड़ाव स्थल पर 10 चेंजिंग रूम महिलाओं के लिए बनायें है। पुरूषों के लिए अलग से चेंजिंग रूम की व्यवस्था रहेगी। यात्रा मार्ग पर पर्यटन विकास निगम द्वारा दत्रावद, नौलखाबीड़, लालपुर स्कूल, लालपुर पटवारी स्कूल, बावडी, रणावद, तालोद, नलवा, नईखेड़ी, सोडन तथा दूर्देशवर में डे शेल्टर जन-सुविधा का निर्माण किया गया है। मार्ग में यात्रियों के लिये चिकित्सा सुविधाओं देने के लिए पर्याप्त व्यवस्था रहेगी।यात्रियों को पानी के साथ ही छाछ, मठ्ठा, दूध, दही और दुग्ध उत्पाद उपलब्ध करवाने के लिये दुग्ध संघ ने पूरी तैयारी की है। इसके लिये प्रति पड़ाव 4 साँची पार्लर द्वारा उचित मूल्य पर सभी दुग्ध उत्पाद यात्रियों को उपलब्ध करवाये जायेंगे। हर एक पड़ाव पर 5 किराना दुकानों की व्यवस्था खाद्य विभाग द्वारा की गई है। इन किराना दुकानों पर चाय, शक्कर, काँच-कंघा, तेल, दाल, मसाले जैसी सभी सामग्री उचित मूल्य पर उपलब्ध रहेगी। किसी भी आगजनी की घटना को रोकने के लिये हर पड़ाव स्थल पर एक-एक फायर ब्रिगेड वाहन तैनात रहेगा। पड़ाव तथा उप पड़ाव स्थलों पर साफ-सफाई एवं कचरा एकत्र करने के लिये डस्टबीन, हाथ गाड़ियाँ और सफाईकर्मियों की व्यवस्था की गई है। मार्ग को समतल भी किया गया है।पंचक्रोशी यात्रा मार्ग-स्थलों एवं पड़ावों पर करीब 3 करोड़ रुपये के खर्च से स्ट्रीट लाईट लगायी गयी है। यात्रा मार्ग पर 9 करोड़ रुपये से अधिक की कार्य-योजना के मुताबिक पड़ाव स्थलों पर बोरिंग खनन, टंकियों का निर्माण, पंपिग स्टेशन, शॉवर स्थापना, स्नान के लिये प्लेटफार्म, किराये के ट्रक-टेंकर और जल प्रदाय स्टेण्ड निर्माण जैसे कार्य किये गये हैं। दस किलोमीटर लम्बाई में 11 किलोवाट लाईन,बिछाई गई है। इस लाईन द्वारा कालियादेह, करोहन, पिंग्लेश्‍वर, उन्डासा, नलवा, अम्बोदिया तथा जैथल पड़ाव-स्थलों को कवर किया गया हे। कालियादेह, करोहन, पिंगलेश्‍वर, उन्डासा, नलवा अम्बोदिया तथा जैथल पड़ाव स्थलों पर 200 केव्हीए के ट्रांसफार्मर रखे गये हैं

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