प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी छह देशों की विदेश यात्रा के अगले पड़ाव किर्गिस्तान पहुंच गए हैं। यहां पहुंचने के बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद पीएम मोदी विजय स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।पीएम मोदी का राष्ट्रपति अलमाजबेक अटंबायेव ने राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया। यहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई, जिसमें परस्पर आर्थिक सहयोग के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।बातचीत के बाद भारत और किर्गिस्तान ने संयुक्त बयान जारी किया। बयान में प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि हम अपने क्षेत्र में चुनौतियों के इस समय में एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित पड़ोस चाहते हैं। हमने उग्रवाद और आतंकवाद का मुकाबला करने में रुचि को साझा किया है।पीएम मोदी ने कहा कि हमारी क्षेत्र के सभी पांच देशों की यात्रा यह दर्शाता है कि हम एशिया के साथ संबंधों को नए स्तर पर ले जाने को कितना महत्व दे रहे हैं। मुझे राष्ट्रपति अटंबायेव मिलकर काफी खुशी हुई। उनकी लोकतंत्र और विकास में दिए गए योगदान सराहनीय हैं।उन्होंने कहा कि मैं इस से खुश हूं कि हमारे निर्वाचन आयोग ने यहां सहयोग के लिए एक समझौता किया है। मैं किर्गिस्तान में चुनाव के बाद संसदीय दल की भारत यात्रा को लेकर उत्साहित हूं। हमने यहां व्यापार, निवेश, पर्यटन, संस्कृति एवं मानव संसाधान विकास के क्षेत्र में संबंधों को प्रगाढ़ करने पर बातचीत की है।पीएम मोदी ने कहा कि भारत और मध्य एशिया के बीच कनेक्टिविटी की पहल हमारे आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा। मैं भारत के साथ इस क्षेत्र के बीच टेली मेडिसिन लिंक के शुभारंभ के लिए तत्पर हूं। यह हमें डिजिटल दुनिया की संभावनाओं के बारे में बताता है।उन्होंने कहा कि भारत और किर्गिस्तान दोनों के लिए कृषि एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। हम इस क्षेत्र सहयोग की बड़ी संभावनाएं हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधाें को और मजबूत करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमने हाल ही में संयुक्त सैन्य अभ्यास समाप्त किया है। हमने निर्णय लिया है कि वर्ष में एक बार हम संयुक्त सैन्य अभ्यास करेंगे।पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारती स्थायी सदस्यता के लिए किर्गिस्तान के मजबूत समर्थन के लिए आभार जताया।

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