राजीव गांधी की हत्यारे 'केपी' के श्रीलंका छोड़ने पर रोक

 कोलंबो। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या मामले में वांछित लिट्टे के सरगना कुमारन पथमनाथन उर्फ केपी के देश छोड़ने पर श्रीलंकाई कोर्ट ने रोक लगा दी है। अब वह विदेश यात्रा नहीं कर सकेगा। वेल्लुपिल्लई प्रभाकरण के मारे जाने के बाद कुमारन ने ही लिट्टे की कमान संभाली थी। वामपंथी दल जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) ने कोर्ट में याचिका दायर कर केपी को गिरफ्तार करने की मांग की थी। लिट्टे को अंतरराष्ट्रीय माध्यमों से हथियार मुहैया कराने का जिम्मा संभालने वाले केपी को मलेशिया में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे कोलंबो प्रत्यर्पित कर दिया गया था। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने उसे माफी दे दी थी। केपी को गृहयुद्ध के विस्थापितों और पीडि़तों की समस्याओं को दूर करने वाली गैर सरकारी संस्था का दायित्व सौंपा गया था। राजपक्षे के इस कदम की काफी आलोचना भी हुई थी। वर्ष 1991 में राजीव गांधी की हत्या मामले में वांछित कुमारन का नाम इंटरपोल में भी दर्ज है। माना जाता है कि केपी को लिट्टे की विदेशों में जमा संपत्ति की जानकारी है। 

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