काम करेंगे तो निश्चित ही ग्रामों में परिवर्तन आयेगा -कलेक्टर
उज्जैन । कृषकों को कृषि तकनीकी एवं उनको स्वावलम्बी बनाने के उद्देश्य से सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन 'आत्मा' के अन्तर्गत ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण आज से कोठी रोड स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में प्रारम्भ हुआ। इस अवसर पर कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने प्रशिक्षणार्थियों को निर्देश दिये कि कृषि से जुड़े समस्त अधिकारी-कर्मचारी आपसी समन्वय से काम करेंगे तो निश्चित ही ग्रामों में परिवर्तन आयेगा। कैलेण्डरवार ग्रामों में काम करें और लोगों में विश्वास जताकर उन्हें जागरूक किया जाये। कलेक्टर ने आरईओ को निर्देश दिये कि वे स्थानीय बुध्दिमता का अधिक से अधिक प्रयोग करें और ग्रामों के पढ़े-लिखे किसानों को साथ में लेकर कार्य किया जाये तो बेहतर परिणाम सामने आयेंगे।कलेक्टर ने प्रशिक्षण में जिले की समस्त विकास खण्डों की ग्राम पंचायतों में संचालित होने वाली कृषक पाठशाला के आयोजन के बारे में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को निर्देश दिये कि खेती को लाभ का धंधा बनाने, मिट्टी परीक्षण एवं संतुलित खाद उर्वरक, जैविक खेती, बायोगैस के लाभ, कीटनाशकों के उपयोग में बरती जाने वाली सावधानियां आदि के बारे में किसानों को जानकारियों से अवगत कराया जाये। आपने निर्देश दिये कि कृषि विभाग के साथ-साथ उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आपसी समन्वय से किसानों को अधिक से अधिक लाभान्वित कर तकनीकी बातों से अवगत कराया जाये। आपने कहा कि ग्रामों में अच्छे जागरूक किसानों के द्वारा नई तकनीकों के आधार पर की जाने वाली खेती का प्रदर्शन अन्य किसानों को भी दिखाया जाये और उन्हें जागरूक किया जाये। किसानों को अधिक से अधिक जागरूक करने पर निश्चित ही ग्रामों में परिवर्तन आयेगा और हमारे प्रति विश्वास भी जागेगा। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि कृषि विस्तार अधिकारी अपनी क्षमताओं को किसानों के बीच प्रदर्शित करे। आपने तकनीकी क्षमता में वृध्दि, कृषकों के साथ नजदीकी, खेती को लाभ का धंधा बनाना, अपने अनुभवों का आदान-प्रदान करना, अन्तर्विभागीय समन्वय आदि की महत्ता को कृषक पाठशाला में प्रदर्शित किया जाये। समाज में परिवर्तन लाने के लिये गुणवत्ता एवं विश्वास की आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर क्षेत्र के कृषकों को नवीनतम तकनीकी से अवगत करायें, जिससे कृषकों द्वारा उन्नत तकनीकी का उपयोग कर जिले में उत्पादन में वृध्दि होगी।प्रशिक्षण में कलेक्टर कवीन्द्र कियावत के अलावा कृषि विभाग के उप संचालक डी.एस.कुशवाह, आत्मा की परियोजना संचालक श्रीमती नीलमसिंह चौहान, आत्मा के उप परियोजना संचालक कमलेश राठौर, कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ.अशोक कुमार दीक्षित, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.डी.एस.तोमर तथा जिले के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित थे।
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