बंगलौर | आंध्र प्रदेश:देश के उच्च आधार संख्या वाले 20 जिलों में पहली जून से रसोई गैस उपभोक्ताओं के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना -डीबीटीएल शुरू करने के केंद्र सरकार के फैसले पर अमल करते हुए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री डॉक्टर एम वीरप्पा मोइली ने आज बंगलौर के निकट कर्नाटक के तुमकुर में इस योजना की औपचारिक शुरुवात की। इस अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री सिद्धरमैया और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण-यूआईडीएआई के अध्यक्ष श्री नंदन नीलेकणि और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश में भी यह योजना शुरू की गई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री किरण कुमार रेड्डी ने हैदराबाद में आयोजित समारोह में इस योजना की शुरुवात की। इस समारोह की अध्यक्षता पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्रीमती पी लक्ष्मी ने की। इसके साथ ही डीबीटीएल योजना देश के 18 जिलों में लागू हो गई है। इन जिलों में रसोई गैस के सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी उपभोक्ता के आधार से जुड़े बैंक खाते में भेजी जाएगी। इन जिलों में रसोई गैस के 67 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ होगा। सिलेंडर बुक कराते ही उसकी सब्सिडी आधार संख्या से जुड़े रसोई गैस के सभी उपभोक्ताओं के खाते में पहुंच जाएगी। ऐसे उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर पहला सिलेंडर मिलते ही अगले सिलेंडर की सब्सिडी उनके बैंक खाते में भेज दी जाएगी जो सब्सिडी वाला अगला सिलेंडर बाजार भाव पर खरीदने के लिए उपलब्ध होगी। जिन उपभोक्ताओं ने रसोई गैस उपभोक्ता संख्या को अपनी आधार संख्या और बैंक खाते से नहीं जोड़ा है उन्हें ऐसा करने के लिए तीन महीने का समय दिया जाएगा। इस अवधि के दौरान उन्हें पहले की तरह सब्सिडी पर रसोई गैस के 9 सिलेंडर मिलते रहेंगे। पहली सितंबर 2013 को छूट की अवधि समाप्त होते ही रसोई गैस के सभी उपभोक्ताओं को सिलेंडर बाजार भाव पर बेचे जाएंगे। हालांकि सब्सिडी सिर्फ उन्हीं के बैंक खातों में भेजी जाएगी जो आधार संख्या और बैंक खाते से रसोई गैस उपभोक्ता संख्या को जोड़ चुके हैं। बाकी उपभोक्ताओं को कोई सब्सिडी नहीं मिलेगी। डीबीटीएल योजना से यह सुनिश्चित होगा कि सब्सिडी का लाभ बिना किसी हेराफेरी के लाभार्थी को मिले। रसोई गैस सब्सिडी बैंक खातों में सीधे हासिल करने के लिए रसोई गैस के सभी उपभोक्ताओं को तुरंत निम्नलिखित कार्य करने की सलाह दी जाती है। 1- आधार संख्या हासिल करें यदि अब तक आधार के लिए नाम दर्ज नहीं कराया है। 2- उक्त आधार संख्या से जुड़ा बैंक खाता खोलें यदि अब तक ऐसा नहीं किया है। अथवा यदि उनका बैंक खाता है तो उसे आधार संख्या से जोड़ना चाहिए। उन्हें रसोई गैस वितरक के पास उपलब्ध फार्म भी भरना चाहिए तथा उसे रसोई गैस वितरक अथवा चुने गए पेट्रोल पंपों पर जमा कराना चाहिए।
राज्य में डीबीटीएल का शुभारंभ
बंगलौर | आंध्र प्रदेश:देश के उच्च आधार संख्या वाले 20 जिलों में पहली जून से रसोई गैस उपभोक्ताओं के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना -डीबीटीएल शुरू करने के केंद्र सरकार के फैसले पर अमल करते हुए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री डॉक्टर एम वीरप्पा मोइली ने आज बंगलौर के निकट कर्नाटक के तुमकुर में इस योजना की औपचारिक शुरुवात की। इस अवसर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री सिद्धरमैया और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण-यूआईडीएआई के अध्यक्ष श्री नंदन नीलेकणि और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश में भी यह योजना शुरू की गई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री किरण कुमार रेड्डी ने हैदराबाद में आयोजित समारोह में इस योजना की शुरुवात की। इस समारोह की अध्यक्षता पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्रीमती पी लक्ष्मी ने की। इसके साथ ही डीबीटीएल योजना देश के 18 जिलों में लागू हो गई है। इन जिलों में रसोई गैस के सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी उपभोक्ता के आधार से जुड़े बैंक खाते में भेजी जाएगी। इन जिलों में रसोई गैस के 67 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ होगा। सिलेंडर बुक कराते ही उसकी सब्सिडी आधार संख्या से जुड़े रसोई गैस के सभी उपभोक्ताओं के खाते में पहुंच जाएगी। ऐसे उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर पहला सिलेंडर मिलते ही अगले सिलेंडर की सब्सिडी उनके बैंक खाते में भेज दी जाएगी जो सब्सिडी वाला अगला सिलेंडर बाजार भाव पर खरीदने के लिए उपलब्ध होगी। जिन उपभोक्ताओं ने रसोई गैस उपभोक्ता संख्या को अपनी आधार संख्या और बैंक खाते से नहीं जोड़ा है उन्हें ऐसा करने के लिए तीन महीने का समय दिया जाएगा। इस अवधि के दौरान उन्हें पहले की तरह सब्सिडी पर रसोई गैस के 9 सिलेंडर मिलते रहेंगे। पहली सितंबर 2013 को छूट की अवधि समाप्त होते ही रसोई गैस के सभी उपभोक्ताओं को सिलेंडर बाजार भाव पर बेचे जाएंगे। हालांकि सब्सिडी सिर्फ उन्हीं के बैंक खातों में भेजी जाएगी जो आधार संख्या और बैंक खाते से रसोई गैस उपभोक्ता संख्या को जोड़ चुके हैं। बाकी उपभोक्ताओं को कोई सब्सिडी नहीं मिलेगी। डीबीटीएल योजना से यह सुनिश्चित होगा कि सब्सिडी का लाभ बिना किसी हेराफेरी के लाभार्थी को मिले। रसोई गैस सब्सिडी बैंक खातों में सीधे हासिल करने के लिए रसोई गैस के सभी उपभोक्ताओं को तुरंत निम्नलिखित कार्य करने की सलाह दी जाती है। 1- आधार संख्या हासिल करें यदि अब तक आधार के लिए नाम दर्ज नहीं कराया है। 2- उक्त आधार संख्या से जुड़ा बैंक खाता खोलें यदि अब तक ऐसा नहीं किया है। अथवा यदि उनका बैंक खाता है तो उसे आधार संख्या से जोड़ना चाहिए। उन्हें रसोई गैस वितरक के पास उपलब्ध फार्म भी भरना चाहिए तथा उसे रसोई गैस वितरक अथवा चुने गए पेट्रोल पंपों पर जमा कराना चाहिए।
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